शुक्रवार को दिल्ली से जब वीरेंद्र खटीक अपने घर आए तो ई-रिक्शा से सब्जी लेने बाजार पहुंच गए। लंबे समय बाद दिल्ली से घर पहुंचे मंत्री ने खुद के लिए यहां पर देशी भिंडी तलाशी, तो अन्य सब्जी भी ली। साथ ही आमजन के साथ स्टेट बैंक चौराहे पर बैठकर चर्चा की। दरअसल, केंद्रीय मंत्री कुमार तीन दिनों के लिए जिले के प्रवास पर आए हुए थे। लंबे समय बाद जिले में पहुंचे मंत्री कुमार सबसे पहले सुबह से पुलिस ग्रांउड पहुंचे। यहां पर उन्होंने अपने गुड मॉर्निंग ग्रुप के लोगों के साथ दो चक्कर लगाए और सभी का हाल चाल जाना। घर पहुंचे तो पत्नी ने सब्जी लाने के लिए थैला थाम दिया। इस पर वह पैदल ही सब्जी लेने के लिए घर से निकले तो सामने ई-रिक्शा मिल गया। ई-रिक्शा पर सवार होकर वह सब्जी मंडी पहुंचे और यहां पर देशी भिंडी की तलाश की। एक किसान के पास देशी भिंडी मिलने पर उन्होंने एक-एक भिंडी छांटी और तौल कराया। इस दौरान रूपेश तिवारी बंटी वहां पहुंचे तो उनकी फोटो लेने लगे।
इस पर सब्जी वाली बाई बोली कि भैया फोटो क्यों ले रहे हैं, तो बंटी तिवारी ने बताया कि यह जो सब्जी ले रहे हैं, आप उन्हें जानती हो, महिला ने मना कर दिया। इस पर बताया कि यह मोदी सरकार के मंत्री हैं। यह जानकर महिला अचंभित होते हुए बोली कि भैया एक फोटो हमारे साथ भी ले लो। परिवार वालों को दिखाने के लिए हो जाएगी।
चाय पर हुई चर्चा
सब्जी लेकर टहलते हुए स्टेट बैंक चौराहे पर पहुंचने पर वहां पर बहुत से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आमजन मिले तो मंत्री वहां भी रुक लिए। इसके बाद सभी से चर्चा की और जिले का हालचाल जाना। इस दौरान लगभग आधा घंटे तक मंत्री सभी से चर्चा कर मिलते रहे। यहां पर उन्होंने भी चाय का आनंद लिया और वापस चले गए। जिले में आने पर मंत्री कई बार बाजार में सब्जी लेने खुद ही पहुंच जाते है।
10 साल पंचर बनाया
डा. खटीक ने 10 सालों तक साइकिल रिपेयर कर अपने परिवार का खर्च चलाया। खटीक जब 5वीं में थे तब पिताजी की दुकान पर बैठना शुरू कर दिया था। डाक्टर खटीक बताते हैं कि सागर के गौरमूर्ति पर एक साइकिल रिपोयरिंग की दुकान खोली थी। सभी भाई बहन की पढ़ाई का खर्चा भी उसी दुकान की कमाई से चलता था। खटीक ने सागर विश्वविद्यालय से पढ़ाई के दौरान साइकिल रिपोयरिंग का काम किया। कई बार लापरवाही से काम करते थे तो पिता की डांच का भी सामना करना पड़ता था। आज भी वे अपने पुराने स्कूटर पर सवार होकर जनता के सुख-दुख में हिस्सा लेने निकल पड़ते हैं। पुराना स्कूटर ही उनकी पहचान बन गया था। वे सरल और सहज स्वभाव होने के कारण स्थानीय लोगों में काफी चर्चित हैं।
एक नजर
खटीक का जन्म सागर में 27 फरवरी 1954 को हुआ था। उनकी पत्नी कमल खटीक गृहिणी हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी है। डा. खटीक ने पहला चुना सागर संसदीय क्षेत्र से जीता था। 11वीं लोकसभा वे पहली बार सांसद चुने गए थे। इसके बाद 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा में सागर से प्रतिनिधित्व किया। टीकमगढ़ परिसीमन होने के बाद 15वीं, 16वीं लोकसभा का चुनाव टीकमगढ़ सीट से जीता था। डा. खटीक इस वक्त 17वीं लोकसभा में भी टीकमगढ़ से सांसद हैं और केंद्र की मोदी सरकार में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री हैं।