टीकमगढ़. जिले में तीन दिनों से ठंड ने जोर पकड़ लिया है, गुरुवार के दिन में न्यूनतम तापमान ७.८ डिग्री तक लुढक़ गया है। दोपहर तक सडक़ों पर कोहरा जमा रहा। दिन भर आसमान में बादल छाए रहने और शीतलहर चलने से कपकपी छूट रही है। इससे आवारा मवेशी परेशान होने लगे है। सडक़ पर स्थान बनाने वाले मवेशियों ने दम तोडऩा शुरू कर दिया है। इन्हें गोशाला या फिर सुरक्षित स्थान पर भेजने का कार्य किया जाए। जिससे ठंड से बचा जा सके।
ुगुरुवार को दिन भर कपकपी वाला मौसम रहा। ठंड से मवेशी ठिठुरते दिखाई दिए है। अधिकतम तापमान१३.८ डिग्री और न्यूनतम तापमान ७.८ डिग्री दर्ज किया गया है। टीकमगढ़ मऊरानीपुर रोड पर ठंड से मवेशियों ने दम तोड दिया है। अधिकांश स्थानों पर मृत अव्यवस्था में दिखाई दे रहे है। इनकी सुरक्षा के लिए ग्राम पंचायत और जिम्मेदार विभाग द्वारा सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे है। दिन में धूप नहीं निकलने के कारण लोग घरों में कैद रहे। शाम को ठंड का प्रकोप और बढ़ गया। कड़ाके की ठंड के कारण बाजार में भीड़ कम रही और सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानदार भी खाली बैठकर ग्राहकों का इंतजार करते रहे।
ुगुरुवार को दिन भर कपकपी वाला मौसम रहा। ठंड से मवेशी ठिठुरते दिखाई दिए है। अधिकतम तापमान१३.८ डिग्री और न्यूनतम तापमान ७.८ डिग्री दर्ज किया गया है। टीकमगढ़ मऊरानीपुर रोड पर ठंड से मवेशियों ने दम तोड दिया है। अधिकांश स्थानों पर मृत अव्यवस्था में दिखाई दे रहे है। इनकी सुरक्षा के लिए ग्राम पंचायत और जिम्मेदार विभाग द्वारा सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे है। दिन में धूप नहीं निकलने के कारण लोग घरों में कैद रहे। शाम को ठंड का प्रकोप और बढ़ गया। कड़ाके की ठंड के कारण बाजार में भीड़ कम रही और सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानदार भी खाली बैठकर ग्राहकों का इंतजार करते रहे।
१०३ गोशालाएं स्वीकृत
जिले में शासन द्वारा १०३ गोशालाएं स्वीकृत की गई है। इनमें से कुछ गोशालाएं पूर्ण हो गई है। जिसमें नाम मात्र के लिए गायों को रखा गया है। कई गोशालाएं ऐसी है जिनमें लक्ष्य से अधिक गाय रूकी है। ठिठुरन भरी ठंड से बचाने के लिए सडक़ों पर घूम रहे मवेशियों को खाली पड़ी गोशालाओं में रखा जाए। जिससे मवेशियों की जाने बचा सकते है।
जिले में शासन द्वारा १०३ गोशालाएं स्वीकृत की गई है। इनमें से कुछ गोशालाएं पूर्ण हो गई है। जिसमें नाम मात्र के लिए गायों को रखा गया है। कई गोशालाएं ऐसी है जिनमें लक्ष्य से अधिक गाय रूकी है। ठिठुरन भरी ठंड से बचाने के लिए सडक़ों पर घूम रहे मवेशियों को खाली पड़ी गोशालाओं में रखा जाए। जिससे मवेशियों की जाने बचा सकते है।