टीकमगढ़. जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत गनेशगंज में बरीघाट प्लांट पर जाने के लिए सडक़ नहीं है। कच्ची रास्ता से प्लांट तक पहुंचने में बारिश के समय कई परिस्थितियां का सामना करना पड़ता है। सडक़ निर्माण के लिए सरपंच ने कलेक्टर से लेकर जनप्रतिनिधियों तक लिखित और मौखिक पत्र दे चुके है, लेकिन सडक़ नहीं मिल पाई है।
जामनी नदी बरीघाट पानी फिल्टर प्लांट बनाया गया है। यहां से शहर के लिए पानी सप्लाई होता है, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए पक्की सडक़ नहीं है। वर्षों पुराना पहली नदी पर बने पुल और कच्चे रास्ते से कर्मचारी और अधिकारी प्लांट तक पहुंच रहे है। उसके बाद वन की जमीन लग गई है। जबकि सडक़ निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से लेकर नगरपालिका प्रयास कर चुकी है। लेकिन सडक़ निर्माण में असफलता मिल रही है। नगरपालिका के पीएचई जलप्रदाय अधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गनेशगंज से पुल तक किसानों की जमीन है। पुल से प्लांट तक वन विभाग की जमीन लगी है। इस कारण से सडक़ निर्माण में परेशानी हो रही है।
जामनी नदी बरीघाट पानी फिल्टर प्लांट बनाया गया है। यहां से शहर के लिए पानी सप्लाई होता है, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए पक्की सडक़ नहीं है। वर्षों पुराना पहली नदी पर बने पुल और कच्चे रास्ते से कर्मचारी और अधिकारी प्लांट तक पहुंच रहे है। उसके बाद वन की जमीन लग गई है। जबकि सडक़ निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से लेकर नगरपालिका प्रयास कर चुकी है। लेकिन सडक़ निर्माण में असफलता मिल रही है। नगरपालिका के पीएचई जलप्रदाय अधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गनेशगंज से पुल तक किसानों की जमीन है। पुल से प्लांट तक वन विभाग की जमीन लगी है। इस कारण से सडक़ निर्माण में परेशानी हो रही है।
बारिश में होती है सबसे अधिक परेशानी
स्थानीय लोगों ने बताया कि महाराजपुरा, गनेशगंज गांव के लोगों की जमीन है। इसके साथ ही शहर में पानी सप्लाई करने वाला पानी प्लांट बना है। इस रास्ते में सबसे अधिक परेशानी बारिश के समय होती है। यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। मामले की शिकायत सरपंच से की थी। सरपंच ने तत्कालीन कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को पत्र के माध्यम से जानकारी दी थी, लेकिन संबंधितों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि महाराजपुरा, गनेशगंज गांव के लोगों की जमीन है। इसके साथ ही शहर में पानी सप्लाई करने वाला पानी प्लांट बना है। इस रास्ते में सबसे अधिक परेशानी बारिश के समय होती है। यहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। मामले की शिकायत सरपंच से की थी। सरपंच ने तत्कालीन कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को पत्र के माध्यम से जानकारी दी थी, लेकिन संबंधितों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है।
इनका कहना
गनेशगंज से बरीघाट प्लांट तक की लंबी सडक़ है। इतना बजट पंचायत के पास नहीं है। सडक़ निर्माण के लिए तत्कालीन कलेक्टर को पत्र दिया था। पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक को जानकारी दी है। सडक़ निर्माण के लिए प्रयास किए जा रहे है। इस कच्चे रास्ते में बारिश के समय सबसे अधिक परेशानी होती है।
प्रभु रैकवार, सरपंच ग्राम पंचायत गनेशगंज।
गनेशगंज से बरीघाट प्लांट तक की लंबी सडक़ है। इतना बजट पंचायत के पास नहीं है। सडक़ निर्माण के लिए तत्कालीन कलेक्टर को पत्र दिया था। पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक को जानकारी दी है। सडक़ निर्माण के लिए प्रयास किए जा रहे है। इस कच्चे रास्ते में बारिश के समय सबसे अधिक परेशानी होती है।
प्रभु रैकवार, सरपंच ग्राम पंचायत गनेशगंज।