पीजी कॉलेज में यूजी और पीजी के विषयों को इसी वर्ष से बढ़ाया गया हैं। यूजी में कंप्यूटर साइंस, बायो टेक्निकल और पीजी में इतिहास, समाज शास्त्र, भूगर्भ शास्त्र और संस्कृत विषयों को बढ़ाया जाएगा। इसके पहले इन विषयों के छात्रों को छतरपुर, सागर, ग्वालियर, भोपाल और इंदौर के कॉलेजों के साथ अद्र्ध शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई करने के लिए जाना पड़ता था।
पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्ट क्लास, स्पोट्र्स फैसिलिटी के साथ साथ व्यावसायिक शिक्षा, व्यक्तित्व विकास, योगए संगीत सहित विभिन्न विषयों को शुरू किया जाएगा। इसके लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा। स्टॉफ की भी व्यवस्था की जाएगी।प्रोफेसरों ने बताया कि कॉलेज में वर्ष १९५८ से उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शुरुआती समय में बीए, बीएससी और बीकॉम पाठ्यक्रम शुरू किए थे। उसके बाद पीजी छात्रों के लिए अपग्रेड किया गया था। जिले में ८ कॉलेज संचालित हो रहे हैं। तीन से अधिक अद्र्ध शासकीय कॉलेज हैं। पिछले वर्ष नैक टीम द्वारा निरीक्षण किया गया था। छात्रों को मिलने वाली सभी सुविधाएं ओके थी, लेकिन ए ग्रेड न मिलकर बी ग्रेड से सम्मानित हुआ। यूजी और पीजी में ६ हजार से अधिक छात्रों की संख्या हैं और उनकी १८ विषयों की पढ़ाई की जा रही हैं।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा को लेकर आज वीडियों कॉफ्रेंस की बैठक आयोजित की गई हैं। जिले के लिए गौरवाविंत की बात हैं। यहां पर छात्रों को नई सुविधाएं मिलेगी। ४० लाख की लागत से निर्माण किया जाएगा। वहीं दो यूजी और चार पीजी विषयों को बढ़ाया गया हैं।
डॉ. इंद्रजीत जैन, लीड प्राचार्य शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टीकमगढ़।