धनखड़ ने शिक्षा को समाज में बदलाव का सबसे प्रभावशाली माध्यम बताया। शिक्षा से व्यक्तियों के जीवन को आकार देने के साथ समाज में व्याप्त असमानता और कुरीतियों को समाप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मेरा असली जन्म सैनिक स्कूल में हुआ था। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद रवि किशन शुक्ला और अन्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
विश्व मंच को मोदी ने दिए दो सिद्धांत
धनखड़ ने चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में निहित दो प्रमुख सिद्धांतों को विश्व मंच पर पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की।