टीकमगढ़. वर्तमान में सब्जियों एवं अनाज को उगाने में किए जा रहे रासायनिक खाद एवं दवाओं के उपयोग के दुष्परिणाम कई गंभीर बीमारियों के रूप में सामने आ रहे हैं। ऐसे में शासन स्तर से भी जैविक खेती को बढ़ावा देने प्रयास किए जा रहे हैं तो जिले के कुछ किसानों ने यह खेती करना शुरू कर दी है। इन किसानों ने पहली बार नजरबाग मंदिर प्रागंण में जैविक हाट बाजार का आयोजन किया। यहां पर पहुंचे अधिकारियों ने भी जैविक चीजों को देखा और खरीदारी की। वहीं कलेक्टर ने इन किसानों के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए हर सप्ताह अलग-अलग जगह बाजार लगवाने की बात कही है।
जिले में कुछ किसानों द्वारा रासायनिक खेती को न करते हुए पूरी तरह से जैविक खेती करना शुरू किया गया है। इन किसानों के उत्पाद को प्रमोट करने के लिए प्रशासन ने नजरबाग मंदिर प्रांगण में हाट बाजार लगाया। यहां पर किसानों द्वारा उगाए गए मिलेट््स जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो के साथ ही जैविक मसाले, ब्रोकली, अरबी, हल्दी, मुनगा, पपीता के साथ ही विभिन्न कंद जैसे रतालू, अंगीठा की दुकानें लगाई गई। पहली बार लगे इस जैविक हाट बाजार का कलेक्टर अवधेश शर्मा ने भाजपा जिलाध्यक्ष अमित नुना सहित अन्य अधिकारियों के साथ शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने यहां से रागी एवं मुरार सहित अन्य चीजों की खरीदारी भी की।
महिलाएं कर रहीं उत्पादन जिले की कुछ महिलाओं ने समूह बनाकर जैविक खेती शुरू की है। इसमें केन बेतवा महिला प्रोड्यूसर कंपनी की महिलाओं द्वारा कच्ची घानी के सरसों एवं मूंगफली तेल, हमारी एकता मशरूम फार्म द्वारा ताजे बटन एवं ओयेस्टर मशरूम, मशरूम पापड़, मशरूम बरी, अचार आदि की दुकान लगाई गई थी। वहीं जतारा महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी ने जैविक रूप से उगाए गए ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो की दुकानें लगाई थी।
हर सप्ताह लगेगा बाजार वहीं कलेक्टर अवधेश शर्मा ने इन समूह की महिलाओं को हर सप्ताह शहर के अलग-अलग स्थानों पर दुकानें लगाने के लिए स्थान मुहैया कराने की बात कही है। कलेक्टर शर्मा का कहना था कि यह जैविक उत्पाद आमजन तक पहुंचे इसके लिए हर सप्ताह शहर के विभिन्न स्थानों पर यह बाजार लगाया जाएगा। इसमें पार्क, पॉश कॉलोनियों के साथ ही अन्य स्थान चिन्हित किए जाएंगे, ताकि इन महिलाओं को बाजार मिले सके और लोगों को सहजता के साथ जैविक उत्पाद उपलब्ध हो सकें।