धीरे-धीरे टैटू श्रृंगार और प्रेम प्रदर्शन का माध्यम बनता चला गया। महिलाएं हाथों में ब्रेसलेट और चुडयि़ां, पैरों में पायल की जगह, तरह-तरह की डिजाइन का गोदना करवाने लगती थी। उसके बाद प्रेमी-प्रेमिका अपने साथी का नाम लिखवाने लगे। गोदना में टैटू तक का सफ र तय करने के दौरान काफ ी परिवर्तन आ चुके है। युवाओं ने इसे फैंशन बना लिया है।
टैटू की बढी मांग
शैलेश जैन और अंशुल सेन ने बताया कि लोग टैटू के माध्यम से ज्यादातर निशानों के साथ अपना या भगवान का नाम बनवाते है। लेकिन अब लाइफ स्टाइल के साथ-साथ टैटू के डिजाइन, आकार, प्रकार सब बनाए जा रहे है। यह युवाओं के मन को भा रहे है।
अधिकतर बना रहे तितली और त्रिशुल
टैटू डिजाइनर शैलेश जैन ने बताया कि अधिकतर लोग तितली, फू ल, डमरू, शिव, त्रिशूल अपने जीवनसाथी या बच्चों के नाम का टैटू बनवाना पसंद कर रहे है। लोगों के स्वभाव, स्टाइल और जरूरतों को समझते हुए उसी हिसाब से टैटू बनवाने की सलाह देते है।