बच्चों में बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द, थकान,सिरदर्द यह बरती जाए सावधानी
बच्चों के कान ढांककर रखें, खेलने के दौरान भी गरम कपड़े पहनाएं,गुनगुना पानी पिलाएं, ठंडी, शीत वाली खाद्य सामग्री ना खिलाएं,सर्दी होने पर भाप दिलाएं, घर में किसी को सर्दी खांसी, बुखार होने पर मास्क का उपयोग करें।
कम वजन और देरी से रोने वाले बच्चो के साथ निमोनिया और संक्रमण वाले बच्चो को नवजात शिशु गहन ईकाइ में भर्ती करना पड़ता है। ठंड से बच्चो का बचाव करे। पांच तक के बच्चो में ज्यादा समस्या होती है। भीडभाड वाली जगह में बच्चो को न ले जाए और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से दूर रहे। घबराए नहीं, डॉक्टर की सलाह पर उपचार कराए।
डॉ. पीएल विश्वकर्मा, शिशु रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल टीकमगढ़।