यह भी है खास MAHA CYCLONE क्या महा से बचाएगा दरिया गणेश? समुद्री तूफानों और दरिया गणेश के बीच एक खास तरह का रिश्ता है। अन्य जगहों पर तबाही मचाने के बाद चक्रवातों ने जब-जब सूरत का रुख किया, दरिया गणेश ने उन्हें दायरे के भीतर घुसपैठ तक नहीं करने दी है। लोगों की इस मान्यता को उस वक्त बल मिला जब ओखी चक्रवात सूरत किनारे पहुंचने से पहले ही अचानक निष्क्रिय हो गया था।
यह भी पढें CYCLONE MAHA चक्रवात महा से निपटने को मनपा ने कसी कमर ओखी चक्रवात से तबाही की आशंका को लेकर जब सूरत समेत पूरा गुजरात थर्राया हुआ था, सूरत आश्चर्यजनक रूप से सुरक्षित बच गया था। जैसे ही ओखी सूरत के नजदीक पहुंचा, वह अचानक समुद्र में समा गया। जब इस संकट के टलने की जानकारी लोगों तक पहुंची, बड़ी संख्या में लोग दरिया गणेश के दर्शन के लिए पहुंच गए थे।
इसी वर्ष जून माह में भी कमोबेश ऐसे ही हालात बने थे, जब वायु चक्रवात तेजी से सूरत की ओर बढ़ रहा था। चक्रवात के पहुंचने से पहले ही शहर में तेज हवाएं और बारिश का दौर शुरू हो गया था। उस समय भी दरिया गणेश की सीमा से पहले ही वायु ने रास्ता बदल लिया था। उस समय भी लोगों ने इस संकट से बचाने के लिए दरिया गणेश का आभार माना था। जानकारों के मुताबिक लोग मानते हैं कि दरिया गणेश समुद्र के रास्ते सूरत का रुख करने वाली आफतों को समुद्र का किनारा भी छूने नहीं देते हैं। लोगों को उम्मीद है कि इस बार भी दरिया गणेश चक्रवात महा को शहर में घुसने से पहले ही शहर पर गहराया संकट टाल देंगे।