संयुक्त पुलिस आयुक्त के.एन.डामोर ने बताया कि सचिन जीआइडीसी शांतिवन सोसायटी निवासी सूरज यादव (28) की हत्या के मामले में क रणसिंह राजपूत व धीरजसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों ने ही कोर्ट के बाहर सूरज पर हमला किया था। दोनों के साथी दुर्गेश की गत वर्ष अगस्त में हत्या हो गई थी।
इस हत्या के मामले में सूरज यादव आरोपी था। दुर्गेश की हत्या का बदला लेने के लिए ही दोनों ने मिलकर सूरज पर हमले की साजिश रची थी। शुक्रवार को सूरज कोर्ट में पेशी के लिए आया था। उस दौरान वे वहां पर घात लगा कर बैठे थे। मौका देखते ही दोनों धारदार हथियार लेकर सूरज पर टूट पड़े।
उन्होंने सरेआम सडक़ के बीच सूरज ताबड़तोड बीस वार किए। सूरज निढाल होकर वहीं गिर पड़ा। अचानक हुए इस हमले से वहां मौजूद लोग भी सहम गए। दोनों वहां से भाग निकले। सूरत से निकलकर वे भरूच की तरफ भागे उनकी तलाश के लिए गठित टीमों ने टेक्निकल सर्वेलंस की मदद ली। आखिरकार उन्हें करजण के निकट लॉकेट किया।
उमरा पुलिस की टीम ने उन्हें करजण से धर दबोचा। हत्या में इस्तेमाल किया गया स्कूटर बरामद कर लिया गया है, लेकिन हथियार नहीं मिले। हथियार दोनों ने कहीं फेंक दिया था। इस बीच दोनों के सरेंडर करने की चर्चा भी चली लेकिन पुलिस ने सरेंडर से साफ इनकार किया है।
0 हत्या के बाद इंस्टा पर लिखा ‘खून के बदले खून’: आरोपी करणसिंह ने सूरज की हत्या के बाद कबूल भी किया। हत्या के कुछ समय बाद ही उसने अपने इंस्टाग्राम अकाउन्ट पर स्टोरी डाली। जिसमें उसने लिखा कि हमने अपने भाई का दुर्गेश यादव का बदला ले लिया है कोर्ट के बाहर बदला ‘खून के बदले खून’। इस पोस्ट को डालने के बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया। उन्होंने दूसरा मोबाइल इस्तेेमाल करना शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह उन्हें लॉकेट कर लिया और गिरफ्तार कर लिया।
0 बॉस 8055 गैंग: मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक ए.एच.राजपूत करणसिंह हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ सचिन व सचिन जीआइडीसी थानाक्षेत्रों में चार-पांच मामले दर्ज हो चुके है। उसके साथी धीरज के खिलाफ सजिन जीआइडीसी में दो मामले दर्ज हो चुके है। करणसिंह ने अपनी यूपी पासिंग की बाइक पर बॉस लिख रखा था। उसकी बाइक का रजिस्ट्रेशन नम्बर बीएस 8055 था। सोशल मीडिया वह अपने मित्रों के ग्रुप को बॉस 8055 की तरफ पेश करता था।
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