मनपा की ओर से शहरवासियों को प्राथमिक सुविधा मुहैया करवाने के साथ ही मनोरंजन और खेल-कूद की सुविधाओं की भी ध्यान में रखा जाता रहा है। शहर के विभिन्न जोन में गार्डन, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्विमिंग पुलों का भी निर्माण किया गया है। करोड़ों रुपए की लागत से तैयार किए गए इन प्रोजेक्टों के रखरखाव का खर्च मनपा की तिजोरी पर भारी पड़ने लगा है। सालाना करोड़ों रुपए का खर्च रखरखाव पर हो रहा है। वहीं, कई शिकायतें भी शरवासियों की ओर से मिलती रही है। ऐसे में मनपा ने प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत अपने प्रोजेक्टों का संचालन निजी एजेंसियों को सौंपना शुरू किया है। गार्डन के बाद अब मनपा ने स्विमिंग पुलों का संचालन निजी हाथों में देने का निर्णय किया है। स्थाई समिति अध्यक्ष परेश पटेल ने बजट में चर्चा के दौरान बताया था कि शहर में मनपा संचालिक कुल 18 स्विमिंग पुल हैं। पहले आठ स्विमिंग पुलों को निजी एजेंसियों को सौंपा जाएगा। उसके बाद अन्य स्विमिंग पुलों को भी पीपीपी के तहत दिया जाएगा। इससे स्विमिंग पुलों के रखरखाव पर होने वाला खर्च बचेगा।
दस गार्डन भी सौंपे जा चुके हैं निजी एजेंसियों को मनपा ने शहर में कुल 242 गार्डन का निर्माण किया है। इनमें कुछ बड़े और लेक गार्डन हैं, जिनके रखरखाव पर बड़ा खर्च होता था। मनपा ने अब तक 10 गार्डन निजी एजेंसियों को सौंपे हैं। आगामी दिनों में अन्य गार्डनों को भी निजी एजेंसियों को सौंपा जाएगा।