एटीएस के सूत्रों की माने तो उसने पन्द्रह नेपाली युवकों के फर्जी पासपोर्ट तैयार कर उन्हें दक्षिण अमरीका के पेरू, मलेशिया व अन्य देशों में भेजना कबूल किया है। इसके अलावा उसने नवसारी व भरुच के चार- पांच लोगों के फर्जी पासपोर्ट व विजा काम करने की बात बताई हैं।
साथ ही उसने दक्षिण अफ्रिका में रह रही पाकिस्तानी मूल की महिला एजेन्ट के जरिए पाकिस्तानी युवकों को भी यूरोप व अमरीका भेजने में मदद करना स्वीकार किया है। उससे पूछताछ में सामने आई जानकारियों की तस्दीक की कार्रवाई भी की जा रही हैं।
ऐसे हुई थी इरफान की गिरफ्तारी:
मोटा वराछा स्थित जादवत फलिया निवासी इरफान शातिर हैं। पिछले 18 वर्षो से पासपोर्ट विजा काम रहे इरफान के खिलाफ पूर्व में जालसाजी व धोखाधड़ी के सात मामले दर्ज हो चुके हैं। उसके बारे में इनपुट मिलने पर तीन दिन पूर्व ही एटीएस की टीम ने एसओजी के साथ मिल कर उसके घर पर छापा मारा था।
उसके घर से एटीएस को अलग अलग देशों की स्टॉम्प लगे उसके तीन फर्जी पासपोर्ट, अन्य 21 पासपोर्ट की प्रतियां, 26 वीजा कागजातों की प्रतियां मिली है। एटीएस उसके घर से मिले इन दस्तावेजों के साथ साथ उसके व्हॉट्सएप चैट के संपर्को की भी पड़ताल में जुटी है।
उसके पाकिस्तान, बांग्लादेश व दक्षिण अफ्रिका में एक महिला एजेन्ट से संपर्क की बात सामने आई थी। वह फर्जी पासपोर्ट विजा व अन्य तरिकों से लोगों को दुनिया के किसी भी देश में भेजने का दावा करता था। एटीएस ने उसे सूरत कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया था।
चौकसी व डूमस बलात्कार कांड के आरोपी के बारे में पूछताछ :
एटीएस के सूत्रों का कहना हैं कि इरफान कोमोर्बिड है। उसे डायबटीज व ब्लड प्रेशर की बीमारी है। जिसकी वजह से उससे पूछताछ में समय लग रहा हैं। अधिक पूछताछ करने पर उसके पसीने छूट जाते हैं। डोमेनिकन रिपब्लिक का पासपोर्ट बनाने के उसके दावों को लेकर पीएनबी घोटाले के आरोपी मेंहुल चौकसी से उसके सीधे या किसी और के जरिए संपर्क के बारे में पूछताछ की जा रही है।
साथ डूमस सामूहिक बलात्कार के आरोपी के पाकिस्तान भागने के मामले में भी उससे पूछताछ चल रही हैं। अन्य संदिग्धों मामलों में भी उससे पूछताछ जारी हैं। हालांकि वह खुल कर कुछ नहीं बता रहा है।