विरोध करने वाले मजदूरों ने आरोप लगाया कि उनका पीएफ और ईएसआईसी भी नहीं भरा जा रहा है। गत दिनों पीएफ कार्यालय से कंपनी संचालक को नोटिस मिलने पर बकाया राशि जमा की गई। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि यूनिमार्क रेमेडीज कंपनी संचालकों ने हार्मनी साइंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई है और कई कर्मचारियों को हार्मनी साइन्स का कर्मचारी बताया है। उन्हें वेतन दिया जा रहा है। यह भी आरोप लगाया कि दिन रात कंपनी में माल उत्पादन हो रहा है, लेकिन घाटे का झूठा बहाना बताकर संचालक उन्हें वेतन नहीं दे रहे हैं। हर बार टालमटोल कर वेतन से उन्हें वंचित रखा गया है। शुक्रवार से सभी ने काम पूरी तरह बंद कर दिया।
मजदूरों ने बताया कि कंपनी प्रबंधन पर विश्वास करते हुए उन्होंने अब तक कहीं शिकायत नहीं की थी। जल्द ही इसकी शिकायत श्रम विभाग में की जाएगी। इसके अलावा वन एवं आदिजाति विकास मंत्री रमण पाटकर से भी शिकायत करेंगे। कामदारों ने बताया कि न्याय न मिला तो लेबर कोर्ट जाने के बारे में भी सोचा जाएगा।
इस बारे में कंपनी के निदेशक सुभाष माली ने बताया कि बीते कुछ समय से कंपनी की स्थिति खराब चल रही है। इसके कारण वेतन देने में समस्या आ रही है। इस मसले का हल निकालने के लिए बात चल रही है। कंपनी मालिकों से बात हो रही है।
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वापी. पंडोर गांव के बस स्टैन्ड के पास शुक्रवार को बाइक सवार दंपती को टैम्पो ने टक्कर मार दी। हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दमण पासिंग बाइक पर दंपती कोपरली गांव में शादी समारोह में जा रहे थे। इस दौरान पीछे से एक टैम्पो ने बाइक को टक्कर मार दी। इससे महिला सड़क पर गिर गई और टैम्पो ने उसे कुचल दिया। जबकि बाइक चला रहा व्यक्ति दूसरी ओर गिरने से घायल हो गया। घटना के बाद भागने की कोशिश कर रहे टैम्पो चालक को लोगों ने पकड़कर धुनाई कर दी और बाद में डुंगरा पुलिस को सौंप दिया। इस घटना से गुस्साए लोगों ने टैम्पो में भी तोडफ़ोड़ की। लोगों ने आरोप लगाया कि ग्रामीण विस्तार से ओवरलोड और भारी वाहनों का आवागमन बढऩे के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। कई बार ग्रामीण रास्ते से भारी वाहनों की रोक लगाने के लिए मांग की गई, लेकिन पुलिस विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।