CM गहलोत को युवाओं की नहीं, अपने बेरोजगार बेटे को सेट करने की चिंता है : सतीश पूनिया निजी कार्यक्रम के सिलसिले में सूरत आए डॉ. पूनिया दोपहर में पांडेसरा की लक्ष्मीपति मिल परिसर में औपचारिक मुलाकात के लिए गए थे। यहां पर बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि गठबंधन की राजनीति देश में 1967 से चली आ रही है। इसके बाद कई सरकारें कई प्रदेशों में गठबंधन से बनी और केंद्र में अटलबिहारी वाजपेयी, विश्वनाथप्रतापसिंह, चंद्रशेखर आदि के नेतृत्व में साझा दलों के साथ गठबंधन सरकारें बनी है। महाराष्ट्र में भाजपा-एनसीपी गठबंधन की सरकार बनने से प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल समाप्त हुआ है।
पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे पूनिया, राजे ने ट्वीटर पर शेयर की मुलाकात स्थानीय कपड़ा उद्योग में जीएसटी की विसंगतियों से पनप रहे इंस्पेक्टर राज के संदर्भ में डॉ. पूनिया ने बातचीत में बताया कि सूरत देश और दुनिया में कपड़ा व हीरा उद्योग की वजह से खासा नाम रखता है। कपड़ा कारोबार की समस्याओं के सिलसिले में स्थानीय सरकार ने जीएसटी काउंसिल समेत अन्य कई अहम बैठकों में सरलीकरण के प्रयास किए है। मेरे संज्ञान में आई कमियां व विसंगतियों के बारे में निश्चित तौर पर केंद्र सरकार के समक्ष प्रयास किए जाएंगे। राजस्थान में हाल ही में सम्पन्न हुए निकाय व उपचुनाव में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने संतोष जताते हुए कहा कि निकाय चुनाव के परिणाम भाजपा के करीबी रहे है। प्रदेश में 49 निकाय के चुनाव में 22 निर्दलीय, 20 सत्तादल व 17 भाजपा के पक्ष में नतीजे आए। यहां निर्दलीय भाजपा के साथ करीब आ रहे है। चुनाव में 36 प्रतिशत कांग्रेस, 33 प्रतिशत भाजपा व 27 प्रतिशत मत मिले। सत्तापक्ष ने कुर्सी बचाने के लिए चुनाव में वार्ड सीमांकन, अप्रत्यक्ष चुनाव आदि के भी दांव खेले लेकिन प्रदेश की जनता ने मौजूदा सरकार को नकारा।
सूरत के कपड़ा उद्योग के सुनहरे भविष्य के बारे में डॉ. पूनिया ने कहा कि कुछ फैसले दुस्साहसिक अवश्य कहे जा सकते है लेकिन वे भविष्य में देश की मजबूत आर्थिक स्थिति के मद्देनजर और तत्कालीन विसंगतियों पर रोकथाम के लिए जरूरी थे। आने वाला समय भारत का होगा और भारत दुनिया के आर्थिक क्षेत्र में सिरमौर बनेगा।