जिनके पास हैं पालतू पशु, उनके घर दस्तक दे रही टीबी, जरूर पढ़ें रिपोर्ट
Pet Animals: World Zoonosis Day पर आप भी जानें इंसानों से जानवर और फिर इंसानों में टीबी समेत किन बीमारियों के संक्रमण का खतरा, अगर आपको भी है अपने पेट्स से प्यार, तो जरूर जरूर पढ़ें mp patrika.com पर शशांक अवस्थी की ये रिपोर्ट और बने रहें जागरूक
Pet Animals: टीबी की बीमारी सिर्फ इंसान से इंसानों में ही नहीं फैलती। यह इंसान से पालतू जानवर और उस जानवर के संपर्क में आने वाले इंसानों को भी हो सकती है। इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका एडल्ट बीसीजी का टीका है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी मंत्रालय के पशुपालन आयुक्त डॉ. अभिजीत मित्रा की मानें तो टीबी उन संक्रामक रोगों में से है, जिसका वायरस इंसानों से जानवरों और जानवरों से इंसानों में फैलने में सक्षम है।
गाय से इंसान में टीबी होने के कई मामले आ चुके हैं। जानवरों को साल में 9 टीके लगाने जरूरी हैं। शनिवार 6 जुलाई को विश्व जूनोसिस दिवस (World Zoonosis Day) पर जानवरों से इंसानों में फैलने वाले रोगों के प्रति जागरूकता (Awareness) फैलाती पत्रिका की रिपोर्ट…।
इन गंभीर रोगों का भी खतरा, तेजी से फैलती हैं ये बीमारियां
पालतू पशुओं (pet animals) के बालों से एलर्जी और रिंगवर्म संक्रमण हो सकता है। जूनोसिस रोग (zoonosis disease) में प्लाक(Plaque), रेबीज(Rabies), निपाह वायरस (Nipah Virus) का प्रकोप, इबोला रक्तस्रावी बुखार(Ebola hemorrhagic fever), जीका वायरस(Zika Virus), सार्स रोग (SARS Disease) और मंकी पॉक्स (monkey pox) जैसे रोग शामिल हैं। ये रोग संक्रमित जानवर की लार, रक्त, मूत्र, बलगम, मल या शरीर के अन्य तरल पदार्थों के जरिए इंसानों में फैल सकते हैं।
राजधानी भोपाल के विशेषज्ञ डॉ. योगेंद्र श्रीवास्तव ने बताया, कैंसर मरीज, बुजुर्ग, गर्भवती, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। जूनोटिक संक्रमण (Zoonotic Infections) का खतरा ज्यादा रहता है। एंथ्रेक्स भी इंसानों और जानवर से एक-दूसरे से फैल सकता है। शुरुआत बुखार, थकान, खांसी से होती है। दो दिन बाद तेज बुखार और सांस लेने में कठिनाई में बदल जाता है।