हादसे की जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी अजीत कुमार गोदारा,पुलिस उप अधीक्षक अमरजीत चावला,सीएमएचओ गिरधारी लाल मेहरड़ा और थानाधिकारी अनिल कुमार मौके पर पहुंचे तथा घटना के संबंध में जानकारी ली। घटना की जानकारी मिलने पर अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई। अनूपगढ़ टैक्सी स्टैंड से भी ड्राइवर मौके पर पहुंचे तथा मृतकों की शिनाख्त करने में पुलिस की मदद की। हादसे का शिकार हुआ परिवार गुरुवार सुबह गांव कीकरवाली से गांव 86 जीबी में रिश्तेदारी में हुई मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए आया था। दोपहर ढाई बजे वापस आते समय सलेमपुरा से एक किलोमीटर पहले गांव 17 एसजेएम के पास यह हादसा हो गया।
ऐसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार गांव कीकरवाली के पूर्व सरपंच हनुमान प्रसाद गेदर केे पुत्र हेतराम (45) ने अपनी पत्नी सुनीता (42) और चार भाभियों लिछमा देवी(55) पत्नी कृष्ण लाल,विद्या देवी(40) पत्नी देवीलाल, कलावती देवी (48) पत्नी हंसराज और कांता (35) पत्नी मदन लाल के साथ गांव 86 जीबी जाने के लिए रमेश कुमार नाई (38) पुत्र शंकर लाल की क्रूजर किराए पर ली थी। वापसी में क्रूजर चालक ने गांव सलेमपुरा से एक किलोमीटर पहले 17 एसजेएम के पास रायसिंहनगर की ओर जा रहे ट्रोले को ओवरटेक करने का प्रयास किया लेकिन सामने से बस आते देख चालक ओवरटेक करने में सफल नहीं हुआ। यह संभावना जताई जा रही है कि स्पीड ज्यादा होने कारण क्रूजर के ब्रेक नहीं लग पाए इस कारण उसकी ट्रोले से टक्कर हो गई। हादसा होते ही ट्रोला चालक मौके पर ही ट्रोला छोड़कर फरार हो गया।
हादसे में इन्होंने दम तोड़ा
हादसे में मौके पर हेतराम और उसकी पत्नी सुनीता, भाभी विद्या, कलावती और लिछमा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही अनूपगढ़ से पुलिस अधीक्षक रमेश मौर्य, समेजा कोठी पुलिस थाना के प्रभारी विकास कुमार, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश मान और नायब तहसीलदार मनजीत सिंह पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी जुटाकर कीकरवाली में मृतकों व घायलों के परिजनों को सूचना दी। शवों को समेजाकोठी के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। गंभीर घायल क्रूजर चालक रमेश और कांता को राहगीरों की मदद से अनूपगढ़ अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान क्रूजर चालक रमेश कुमार की भी मौत हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद कांता को श्रीगंगानगर रैफर कर दिया। पुलिस की सूचना पर कुछ ही देर में परिवार के लोग अनूपगढ़ के सरकारी अस्पताल तथा समेजाकोठी के सरकारी अस्पताल पहुंच गए।