यह बालक भोले मन का था, ऐसे में इस बालक के लेडीज संगीत के कार्यक्रम में नहीं दिखने पर सदस्यों ने उसे ढूंढने का प्रयास भी किया लेकिन वह नहीं मिला। रात करीब साढ़े बारह बजे बाथरूम में उसका शव मिला तो शादी की खुशियां गम में बदल गई। मृतक के चाचा गांव 6 ईईए निवासी कलवंत पुत्र साहबराम ओड की रिपोर्ट पर पदमपुर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ भी की है।
पुलिस के अनुसार गांव 6 ईईए में टेंपो चालक निशान सिंह की चचेरी बहन की शादी मंगलवार को होनी थी, इसी गली में उसके भाइयों के तीन घर है। शादी भी इसी गली में रिश्तेदारी में युवक के साथ होनी थी। निशान सिंह के घर के पास वाले तीसरे मकान में चाचा संदीप सिंह की बेटी के शादी समारोह के तहत सोमवार रात लेडीज संगीत का कार्यक्रम था।
घर में तेज म्यूजिक बज रहा था। निशान सिंह का बेटा समर्थ (13) उस समय पास ही मौजूद था। वह मानसिक रूप से कमजोर था। परिजनों को बच्चा नहीं दिखा तो उन्होंने पहले तो इसे हल्के में लिया लेकिन लेडीज संगीत खत्म होने के बाद तलाशा गया तो उसका शव घर में बने टॉयलेट में मिला। इस बालक के शव को रात एक बजे पदमपुर सीएचसी लाया गया। जहां उसे मृत घोषित किया गया। मौके पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया।
इसके बाद मंगलवार सुबह परिजन ग्रामीणों के साथ पदमपुर थाने पहुंचे। मौके पर विधायक रुपिन्दर कुन्नर ने पुलिस को मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया। इसके बाद डीएसपी संजीव चौहान की अगुवाई में एफएसएल टीम डॉग स्क्वायड टीम गांव में पहुंची। वहीं विधायक कुन्नर ने गांव जाकर मृतक परिवार का ढांढस बढ़ाया।
डॉग स्कवॉड और एमओबी की टीम ने जुटाए साक्ष्य
पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर में कातिलों का सुराग जुटाने के लिए डॉग स्कवॉड और एमओबी की टीम को बुलाया। इन टीमों ने अपने स्तर पर जांच की। बालक के गले पर दबाने के निशान मिलने के बाद पुलिस को यह संकेत मिला कि कातिल का संबंध में इसी घटना स्थल के आसपास का है। ऐसे में पुलिस ने घटना स्थल के बाहर गमगीन परिवार को एक बारगी वहां से हटाया ताकि संदिग्ध कातिल के बारे में सुराग और मिल सके।
शव नहीं उठाने की घोषणा पर फिर दौड़ी पुलिस
घटनास्थल की जांच के बाद परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में पदमपुर चिकित्सालय पहुंच गए। पुलिस को परिजनों की ओर से आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव नहीं उठाने और पोस्टमार्टम नहीं करवाने की सूचना मिली तो एकाएक खलबली मच गई। पुलिस जाब्ता लगा दिया गया और फिर से डीएसपी संजीव चौहान पहुंचे। उन्होंने मामले के शीघ्र खुलासे का भरोसा दिलाया तो लोग मान गए। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के सुपुर्द किया। फिर गांव में गमगीन माहौल में इस बालक का अंतिम संस्कार कराया गया।
कातिल पुलिस की रडार पर
इस हत्या के मामले में कातिल पुलिस की रडार पर है। पुलिस जांच दलों ने बालक के पारिवारिक सदस्य की भूमिका के बारे में भी जांच की है। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के अलावा अन्य साक्ष्य भी जुटाए हैं लेकिन पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया। इधर, करणपुर सीओ चौहान ने दावा किया कि इस मामले में कातिलों के बारे में साक्ष्य जुटाए गए हैं, इसका खुलासा अगले चौबीस घंटे में करने का प्रयास करेंगे।