अब होगा सही एमएसपी का निर्धारण
राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले जल संसाधन विभाग के सबसे बड़े जिले हैं, जहां नहरों से सबसे अधिक कृषि सिंचित होती है। यहां से उत्पादित फसलों की जानकारी और समर्थन मूल्य भी इन जिलों के सिंचाई पटवारियों और जिलेदारों के जिन्स डाटा पर निर्भर करती है। पदोन्नति नहीं होने से अब एमएसपी का सही निर्धारित होगा।डिप्टी कलक्टर के दायित्व
जल संसाधन विभाग में डिप्टी कलक्टर का मुख्य कार्य बाराबंदी तैयार करना, रबी और खरीफ की खतौनी का डाटा जांचना, पानी चोरी रोकना,सिंचाई विवादों का निपटारा करना और राजस्व वसूली के लिए कैम्प लगाना शामिल है।विभागीय कर्मचारियों में खुशी का माहौल
जिलेदारों की पदोन्नति को लेकर विभागीय कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। कर्मचारियों का कहना था कि लम्बे समय से जिलेदारों की पदोन्नति का मामला अटका हुआ था। डिप्टी कलक्टर लगने से सिंचाई विभाग का कार्य ओर आसान होगा। राजस्व वसूली के मामले में विभाग पिछड़ा हुआ है। डिप्टी कलक्टर के आने से वसूली का कार्य ओर तेज होगा। जिलेदार हरीश शर्मा ने बताया कि पदोन्नति करवाने के लिए विभागीय अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया था। लेकिन अब पदोन्नति मिली है। इसको लेकर उत्साह का माहौल है।डिप्टी कलक्टर पदों की स्थिति
सिंचाई उत्तर संभाग, हनुमानगढ़- 4 पदइंगानप संगठन, बीकानेर -2 पद
सिंचाई क्षेत्र, चम्बल परियोजना कोटा-1 पद