डीइओ माध्यमिक कार्यालय के शैक्षिक प्रकोष्ठ अनुभाग के प्रभारी व प्रशासनिक अधिकारी वेद पाहवा ने बताया कि विभाग की गाइड लाइन के अनुसार श्रीगंगानगर व अनूपगढ जिलों से चयनित मेधावी विद्यार्थियों की प्राप्त सूचियों के अनुसार सबंधित सीबीइओ को पात्र विद्यार्थियों के मिलाने करने व उन्हे टेबलेट वितरण के समय वांछित अभिलेख तैयार करने आदि से अवगत करवाया जा चुका है। चयनितों को तीन साल फ्री इंटरनेट सुविधा के लिए भी शाला दर्पण के माध्यम से उनके सर्विस प्रोवाइडर की स्थिति का डाटा भी संकलित कर लिया गया है।
भजनलाल सरकार ने कोचिंग सेंटर्स को लेकर उठाया बड़ा कदम, सभी निगमों को जारी किए ये निर्देश
ब्लॉक विद्यार्थियों की संख्यासूरतगढ़ -339
श्रीगंगानगर- 315
श्रीकरणपुर -138
पदमपुर -146
सादुलशहर- 181
रायसिंहनगर -152
घड़साना- 155
श्रीविजयनगर- 207 जिला पात्र विद्यार्थी
वर्ष -2022 -850
वर्ष -2023 -867
कुल 1717
राजस्थान में बंपर पैदावार से खिले किसानों के चेहरे, Good News के बीच उठने लगी ये डिमांड
एक-एक विद्यार्थी के रिकॉर्ड का करवाया भौतिक सत्यापनजिला शिक्षा अधिकारी ने निदेशालय स्तर से प्राप्त सूची का भौतिक सत्यापन के लिए दो प्रधानाचार्यों की टीम लगाई गई। प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा व देवदत शर्मा की टीम ने एक-एक विद्यार्थी का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट डीइओ को सौंप दी गई।डीइओ की ओर से टेबलेट का लेकर ब्लॉक स्तर के कार्यालय से मिलान करवाने तथा कार्यालय में प्राप्त होने वाली परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है।
विद्यार्थी का राजस्थान का मूल निवासी होना जरूरी है। विद्यार्थी को 8वीं, 10वीं या 12वीं कक्षा में न्यूनतम 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे। विद्यार्थी के पास आधार कार्ड, बैंक खाता-पासबुक, आय-प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण पत्र होना जरूरी है। इनके अभाव में टेबलेट नहीं मिलेगा।
-गिरजेशकांत शर्मा, डीइओ, (माध्यमिक) शिक्षा, श्रीगंगानगर।
डीइओ माध्यमिक कार्यालय के शैक्षिक प्रकोष्ठ अनुभाग के प्रभारी व प्रशासनिक अधिकारी वेद पाहवा ने बताया कि विभाग की गाइड लाइन के अनुसार श्रीगंगानगर व अनूपगढ जिलों से चयनित मेधावी विद्यार्थियों की प्राप्त सूचियों के अनुसार सबंधित सीबीइओ को पात्र विद्यार्थियों के मिलाने करने व उन्हे टेबलेट वितरण के समय वांछित अभिलेख तैयार करने आदि से अवगत करवाया जा चुका है। चयनितों को तीन साल फ्री इंटरनेट सुविधा के लिए भी शाला दर्पण के माध्यम से उनके सर्विस प्रोवाइडर की स्थिति का डाटा भी संकलित कर लिया गया है।