नगर परिषद सभागार में संयुक्त रूप से आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेसी और निर्दलीय पार्षदों ने पूर्व पार्षद पवन गौड़ और पार्षद विजेन्द्र स्वामी की ओर से लगातार शिकायतों का अंबार लगाकर निर्माण कार्य अटकाने का आरोप लगाए है।
वहीं ऑटो टीपर की खरीद सहित अनेक प्रकरणों की जांच खुलवाने के नाम पर नगर परिषद की छवि धूमिल करने का आरोप जड़ा है। इन पार्षदों ने पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि डीएलबी सभापति और सत्तारुढ़ पार्षदों की सुनवाई नहीं कर रही है जबकि पूर्व पार्षद गौड़ के कहने पर जांच पर जांच कर रही है।
पार्षदों का कहना था कि सभापति के चुनाव में करुणा चांडक के समक्ष पूर्व पार्षद पवन गौड़ की पत्नी बबीता गौड़ चुनाव लड़ी थी लेकिन वह हार गई। इस हार का बदला देने के लिए पिछले 18 माह से शिकायतों की झड़ी लगा दी है। इस कारण नगर परिषद में शिकायतों का माहौल बन गया और अफसर निर्माण कराने से कतराने लगे है।
चांडक खेमे के पार्षदों ने गौड़ और स्वामी को आदतन शिकायतकर्ता बता कर डीएलबी से एक्शन लेने की बात कही। विधायक जैसी शक्तियां नगर परिषद बोर्ड के खिलाफ इस प्रेस वार्ता में श्रमिक नेता और वार्ड 15 से वार्ड प्रतिनिधि महेन्द्र बागड़ी का आरोप था कि गौड़ और स्वामी शिकायतों कर रहे है, उनके पीछे विधायक जैसी शक्तियां है। जिनका काम नगर परिषद बोर्ड की ओर से होने वाले शहरहित के कामकाज को रोकना है। राजनीतिक द्वेषता यह ठीक नहीं।
ऑटो टीपर खरीद में एडीएम प्रशासन की ओर से नगर परिषद को दोषी मानने के सवाल पर बागड़ी का कहना था कि तत्कालीन एडीएम और तत्कालीन आयुक्त के बीच मतभेद थे, इस रंजिश के कारण नगर परिषद को दोषी माना।
इस दौरान पार्षद कमला बिश्नोई ने विधायक का नाम घसीटने पर एतराज जताया और कहा कि विधायक अपना काम करते है और सभापति अपना काम। शिकायतें वहीं हो जिसमें सच्चाई हो। इस दौरान पार्षद बंटी वाल्मीकि, पार्षद रीतू धवन, धर्मेन्द्र मौर्य, ओमी मित्तल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस दौरान वार्ड 23 से पार्षद प्रियंका स्वामी की अेार से उनके प्रतिनिधि और भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनीराम स्वामी ने कहा कि भाजपा पार्षद दल की नेता बबीता गौड़ है। लेकिन शहर हित में काम कराने के लिए सभापति को समर्थन कर रहे है। उन्होंने बताया कि भाजपा के २4 में से 16 पार्षद इस प्रेस वार्ता में आए है।
शहर का विकास कार्य कराने के लिए किसी भी स्तर पर बातचीत करने को तैयार है। पिछले 18 माह के बाद पहली बार भाजपाई पार्षदों ने सत्तारुढ के साथ बैठकर शहर में विकास कार्य कराने पर चर्चा की। इसमें प्रेम घोड़ेला, जगदीश घोड़ेला, रामगोपाल यादव, कमल नारंग, डा.़भरतपाल मय्यर, नंदलाल मिडढा, लक्ष्मी, अमरजीत सिंह गिल, प्रियंक भाटी, हरविन्द्र सिंह पांडे, अमित यादव, सरिता गेरा, किशन लाल चौहान, रमेश डागला, अमित चलाना, प्रहलाद सोनी मौजूद थे।