जीर्णोद्धार की बजाय टालता रहा प्रशासन
गहलोत सरकार के शासन में तत्कालीन विधायक राजकुमार गौड़ ने इस टैँक स्थल को भव्य रूप से देने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया था। लेकिन हर बार जिला प्रशासन इसकी अनदेखी करता रहा लेकिन आज तक एक रुपया इस स्थल पर खर्च नहीं किया गया। इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी एससी विभाग के पूर्व प्रदेश सचिव अधिवक्ता संजय धारीवाल ने जिला सतर्कता कमेटी में इस टैंक का मामला उठाया था। धारीवाल का कहना है कि इस टैँक को स्मारक के रूप में विकसित कर सेल्फी प्वाइंट बनने से लोगों में इस टैँक के प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ेगा।
इसलिए शहरवासियों को मिला था यह टैँक
करीब 53 साल पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान के नेस्ताबूद कर दिए थे, वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को करारी मात देकर भारतीय सेना ने पाकिस्तान सेना की ओर से इस्तेमाल किए जा रहे करीब एक सौ पेंटागन टैंक को हासिल किए थे। इन टैंकों में से एक टैंक भारतीय सेना ने जिला प्रशासन के सुपुर्द किया था ताकि इस टैंक को देखकर हर भारतीय के मन में देश प्रेम का जज्बां कायम रह सके।..