पुरानी आबादी के मोहरसिंह चौक स्थित उसके घर से इस जिम की दूरी डेढ़ से दो किलोमीटर होगी। अल सुबह खड़े होकर जिम में वर्क आउट के लिए जाना उस अपराधी के लिए खतरनाक हो सकता है, जिसके कई दुश्मन हों। हुआ भी यही। जिन लोगों ने जॉर्डन की हत्या की योजना बनाई उन्होंने उसकी दिनभर की गतिविधियों की रैकी की होगी और उन्हें हत्या के लिए सबसे उपयुक्त समय और जगह दोनों मिल गए।
हत्या जिम में की गई, इसलिए ट्रेनर के सिवाय किसी ने इसे नहीं देखा। समय सुबह का था जब सड़कों पर भीड़भाड़ नहीं होती। हत्यारों ने अपना काम किया और आसानी से फरार हो गए। ऐसी ही एक वारदात 17 अगस्त 2016 को पुरानी आबादी में हुई। हत्या के प्रयास के मामले में जमानत पर आए दीपक उर्फ बिट्टू शर्मा की हत्या भी सुबह सवेरे उस समय हुई जब वह जिम में वर्क आउट कर रहा था। हत्यारों ने हत्या से पहले रैकी की थी और जब उन्हें पता चला कि बिट्टू सुबह जिम आता है। समय और जगह का चुनाव होते ही हत्यारे अपना काम कर फरार होने में सफल रहे।
तौर तरीके बदले
इन दो घटनाओं को लेकर पुलिस का मानना है कि समय के साथ-साथ अपराधियों के तौर तरीके बदले हैं। आज के अपराधी हाईटेक होने के साथ-साथ शरीर का भी पूरा ख्याल रखने लगे हैं। पहले अपराधी हर तरह का व्यसन करते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। वर्तमान दौर के अपराधी पुलिस से मुठभेड़ या किसी गैंग से मुकाबले के दौरान दमखम होना जरूरी है और यह तभी होगा जब सेहत अच्छी होगी।