जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि गश्ती दल की दो जीप थी। जल संसाधन विभाग की एक जीप में कांस्टेबल पवन कुमार मीणा व विभाग का चालक राकेश कुमार था। जबकि दूसरी जीप में कनिष्ठ अभियंता विजय कांटीवाल व अन्य कर्मचारी थे। गश्ती दल खखां हैड से शिवपुर हैड पर जा रहे थे।
जैसलमेर से अभी तबादला होकर आया था कांस्टेबल
– पुलिस लाइन आरआई चंद्रकला ने बताया कि नहर में डूबने वाला कांस्टेबल पवन मीणा (30) 8 जुलाई को ट्रांसफर होकर यहां पुलिस लाइन में ड्यूटी ज्वाइन की थी। कांस्टेबल 2013 बैच में भर्ती हुआ था। कांस्टेबल गांव 13 केएलडी खाजूवाला बीकानेर का रहने वाला है। जहां उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
खाना लेने गए थे
– कनिष्ठ अभियंता कांटीवाल ने बताया कि मंगलवार सुबह 6 से दोपहर 2 बजे की पारी में टीम गश्त कर रही थी। जो जीप नहर में गिरी, उस जीप में ही कनिष्ठ अभियंता विजय कांटीवाल व प्यारे लाल, पटवारी विजय कुमार, बेलदार जसवीर सिंह व अन्य स्टाफ सवार था।
कांस्टेबल के दो साल का बेटा
– पुलिसकर्मियों ने बताया कि नहर में बहे कांस्टेबल पवन मीणा के चार भाई है। पवन सबसे बड़ा है। उससे छोटा भाई पटवारी है। दो छोटे भाई अभी पढ़ाई कर रहे हैं। माता-पिता खेती करते हैं। कांस्टेबल शादीशुदा है और उसके एक दो साल का बेटा है। पुलिस ने इस मामले की खबर वहां की पुलिस व पूर्व सरपंच के जरिए परिजनों तक पहुंचाई तो उनमें कोहराम मच गया।
– किसानों ने 30 जून को जिला कलक्टर से वार्ता के दौरान खंखा हैड से शिवपुर हैड तक नहर से पानी चोरी करने की व्यवस्था की मांग की थी। इस पर उसी दिन आदेश जारी हो गए। इस टीम में पुलिसकर्मी, प्रशासनिक कर्मी व जल संसाधन विभाग को शामिल किया गया था। दूसरे दिन से ही टीमों ने वहां गश्त शुरू कर दी थी। कांस्टेबल की ड्यूटी गश्त में एक-दो दिन पहले ही लगी थी।