इसके बाद मनीष ने शानदार लय का प्रदर्शन किया और ओलंपिक रिकॉर्ड धारक व चीन के चाओ यांग को पीछे छोड़कर शीर्ष स्थान पर पहुंच गए। हालांकि, मनीष ने अंतिम 8 शॉट्स में केवल एक 10+ स्कोर किया, जिससे कोरिया के शूटर को आगे निकलने का मौका मिल गया। अंततः, मनीष को दिन के रजत पदक से संतोष करना पड़ा। शुक्रवार को भारत शूटिंग में अब तक तीन पदक जीत चुका है। यह पेरिस पैरालंपिक में दिन का कुल चौथा पदक है। इससे पहले अवनि लेखरा ने स्वर्ण पदक जीता था जबकि मोना अग्रवाल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 में कांस्य पदक जीतकर पेरिस पैरालंपिक में भारत का पदक खाता खोला था।
अवनी लेखरा ने रचा इतिहास
अवनि लेखरा भारत की ऐसी पहली पैरा एथलीट बन गई हैं जिन्होंने दो पैरालंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं। इसके अलावा भारत को एक मेडल एथलेटिक्स में मिला है। भारत की प्रीति पाल ने 14.21 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ ट्रैक इवेंट में पदक जीता। वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय पैरा एथलीट बन गईं।