स्टियर का कहना है कि ज्यादातर माता-पिता इस बारे में जानते ही नहीं हैं। अभिभावकों को मालूम ही नहीं कि अगर उनका 13 साल का बच्चा अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को बिजनेस प्रोफाइल में बदल देता है तो उसकी तमाम निजी जानकारियों को 100 करोड़ लोग आसानी से चुरा सकते हैं। गौरतलब है कि इंस्टाग्राम सहित कई सोशल मीडिया साइट्स ने उपयोगकर्ताओं की न्यूनतम आयु 13 वर्ष निर्धारित की हुई है। इस न्यूनतम आयु सीमा के कारण डिजिटल दुनिया के खतरों से अंजान किशोर नियमित रूप से इन सोशल साइट्स पर सक्रिय रहते हैं।
इंस्टाग्राम की सेटिंग में ‘गेट मोर टूल्स’ नाम से एक विकल्प है। यदि उपयोगकर्ता इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो उनसे पूछा जाएगा कि वे ‘क्रिएटर’ या ‘बिजनेस’ में से कौन-सा विकल्प चुनना पसंद करेंगे। कोई एक विकल्प चुनने के बाद उनसे पूछा जाएगा कि वे किस तरह की जानकारी साझा करना चाहेंगे। इसके बाद उन्हें एक चार्ट की सुविधा दी जाती है जहां वे यह देख सकते हें कि वे ऐप पर कैसा परफॉर्म कर रहे हैं। फीचर हमें इस बात की जानकारी देता है कि हमारी साझा की गई पोस्ट को कौन, किस दिन और कितने बजे देख रहा था। साथ ही सबसे लोकप्रिय कौन सी पोस्ट थी और इसे कितनी बार और कितने लड़के लड़कियों ने देखा।
यूजर के प्रोफाइल अकाउंट में प्रदर्शित उनकी प्रोफाइल के जरिए स्टियर ने लोगों की उम्र का विश्लेषण किया। उन्होंने पाया कि ज्यादातर किशोरों ने अपनी प्रोफाइल में खुद को ‘नॉन-प्रॉफिट’ और ‘एथलीट’ दर्शाया है। लेकिन उनके प्रोफाइल की समीक्षा करने पर स्टियर ने पाया कि इनमें से ज्यादातर ‘बिजनेस’ प्रोफाइल वाले नहीं थे। यही नहीं इनके बमुश्लि 100 से 200 फॉलोवर्स ही थे। इस जानकारी के सामने आने के बाद इंस्टाग्राम ने अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर की संपर्क जानकारी को कम दिखाना शुरू कर दिया। हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि यूजर्स ने यह अपनी मर्जी से किया था, कंपनी की ओर से उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं किया गया था। स्टियर ने इंस्टाग्राम की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘गेट मोर टूल्स’ विकल्प को चुनने के बाद भी इंस्टाग्राम अपने यूजर की गोपनीयता को सुरक्षित रख सकता है। क्योंकि अपनी निजी जानकारी साझा किए बिना भी यूजर के लिए ईमेल और कॉल करना संभव है। इंस्टाग्राम अपने नाबालिग यूजर के लिए ऐसा कर सकता है।
जब यूजर ‘बिजनेस’ प्रोफाइल के लिए साइन अप करते हैं तो कंपनी इसकी पुष्टि तक नहीं करती। इंस्टाग्राम ने निजी और प्रोफेशनल के बीच के अंतर को धुंधला कर दिया है। क्योंकि इतने सारे रेग्यूलर यूजर अपनी प्रोफाइल का उपयोग आर्थिक उद्देश्यों के लिए करते हैं ताकि उनकी कला, फोटोग्राफी या लाइफ स्टाइल एक ब्रांड बन जाए और उन्हें पोस्ट करने के बदले पैसे मिलने लगें। इंस्टाग्राम ने डिजिटल वल्र्ड में भी लोकप्रियता की प्रतियोगिता शुरू कर दी है। इंस्टाग्राम के अधिकारियों ने इसे स्वीकार भी किया है। उन्होंने ऐप से लाइक काउंट फीचर को हटाने का प्रस्ताव दिया है ताकि युवा यहीं फंसे न रह जाएं। यह प्रस्तावित परिवर्तन फिलहाल सात देशों में परीक्षण के दौर में है।