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जमाने के साथ दौड़ेंगे यह बच्चे…प्रदर्शन बोलेगा, हम किसी से कम नहीं

अब यह बच्चे न सिर्फ भागदौड़ वाले खेलों में हिस्सा ले सकेंगे, बल्कि क्रिकेट, कबड्डी, शतरंज, टेबिल टेनिस, खो-खो, रूमाल झपट्टा, रस्साकशी जैसे खेलों में जोर-आजमाइश कर सकेंगे। उद्देश्य यह है कि बच्चे हीन भावना से ऊपर उठें। आम बच्चों की तरह ही खुद पर भरोसा रखें।

बीकानेरJun 26, 2024 / 02:14 am

Brijesh Singh

 विशेष आवश्यकता वाले यानी सीडब्ल्यूएसएन बच्चे भी आम बच्चों की तरह दुनिया की दौड़ में कदमताल मिला सकें, इसके लिए शिक्षा विभाग ने नई पहल की है। अब यह बच्चे न सिर्फ भागदौड़ वाले खेलों में हिस्सा ले सकेंगे, बल्कि क्रिकेट, कबड्डी, शतरंज, टेबिल टेनिस, खो-खो, रूमाल झपट्टा, रस्साकशी जैसे खेलों में जोर-आजमाइश कर सकेंगे। उद्देश्य यह है कि बच्चे हीन भावना से ऊपर उठें। आम बच्चों की तरह ही खुद पर भरोसा रखें। अपने आपको किसी से कमजोर न समझते हुए वह सब कुछ करें, जो सामान्य बच्चे करते हैं। विभाग का मानना है कि इससे बच्चों में आत्मविश्वास पैदा होगा। उनका सर्वांगीण विकास करने में यह सहायक साबित हो सकता है।
शिक्षा विभाग की पहल के तहत सीडब्ल्यूएसएन (चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड) वाले विद्यार्थियों के लिए विभिन्न तरह की खेल गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसकी जिम्मेदारी संबंधित मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक की होगी। बच्चों को खेल अभ्यास कराने की जिम्मेदारी एवं जिला स्तर पर खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिए लाने एवं ले जाने की जिम्मेदारी संबंधित संस्था प्रधान, विशेष शिक्षकों एवं संदर्भ शिक्षकों की होगी। अगर बालिकाएं हैं, तो उनके साथ अनिवार्य रूप से विशेष शिक्षिका अथवा अभिभावक की उपस्थिति आवश्यक होगी। शिक्षा सत्र 2024-25 से ही इस पर अमल शुरू कर दिया जाएगा।
अलग-अलग समूह बनाए जाएंगे

सभी श्रेणियों के विशेष आवश्यकता वाले बालक एवं बालिकाओं के अलग-अलग समूह बनाए जाएंगे। इसमें आवश्यकतानुसार 10 प्रतिशत सामान्य बालक-बालिकाओं की भागीदारी भी होगी। प्रतियोगिताओं के संचालन एवं निर्णय के लिए आवश्यकतानुसार शारीरिक शिक्षकों को बुलाया जाएगा। उन्हें नियमानुसार भत्ता भी दिया जाएगा। प्रति ब्लॉक 7500 रुपए का वित्तीय प्रावधान भी रखा गया है।
यह खेल गतिविधियां होंगी

बैडमिंटन, कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट, टेबिल टेनिस, खो-खो, रूमाल झपट्टा, रस्साकशी, चम्मच दौड आदि। इसके अलावा एकल गतिविधियों में बैडमिंटन, लॉन्ग जम्प, हाई जम्प, टेबिल टेनिस, 50 मीटर एवं 100 मीटर की दौड, ट्राई साइकिल दौड़, बैसाखी दौड़, तेज चाल, कुर्सी दौड़, गुब्बारा फोड़, जलेबी दौड आदि स्पद्धार्एं होंगी।
एक्सपोजर विजिट भी

ऐसे विद्यार्थियों को एक्सपोजर विजिट भी कराई जाएगी। इस दौरान विद्यार्थियों को ऐतिहासिक स्थलों, स्मारकों, राज्य में संचालित विशेष विद्यालय, संदर्भ कक्ष, बैंक, रेलवे स्टेशन, डाकघर, म्यूजियम, चिडियाघर का भ्रमण कराया जाएगा। अन्तर जिला एक्सपोजर विजिट राज्य के सभी 33 जिलों में होगी। बालक-बालिकाओं का चयन मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। एक्सपोजर विजिट में प्रत्येक ब्लॉक से अधिकतम 15 संभागियों का चयन किया जा सकेगा। इसमें 10 विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाएं, 2 सामान्य एवं 3 अन्य संभागी शामिल होंगे।

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