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संवरने से पहले दरकने लगी ऐतिहासिक धरोहर

छोटीकाशी की ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 22-23 में 9.20 लाख की बजट में घोषणा की थी। पर्यटन विभाग द्वारा बजट जारी किया गया था।

बूंदीJun 30, 2024 / 05:59 pm

पंकज जोशी

संवरने से पहले दरकने लगी ऐतिहासिक धरोहर

बूंदी. निर्माण कार्य में अनियमितता पर नाराजगी जताते लोग।

बूंदी. छोटीकाशी की ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 22-23 में 9.20 लाख की बजट में घोषणा की थी। पर्यटन विभाग द्वारा बजट जारी किया गया था।

कार्यकारी एजेंसी पुरातत्व एव संग्रहालय विभाग को बनाया गया था। टेंडर होने के पश्चात संवेदक ने नागर- सागर कुंड, बोहरा कुंड, अनार कली बावड़ी, शुक्ल बावड़ी, लाइन पुलिस की बावड़ी, मनोहर बावड़ी, मालनमासी बावड़ी, भावल्दी बावड़ी पर कार्य शुरू किया था। इस पूरे कार्य को पुरातत्व विभाग जयपुर के सहायक अभियंता अब्दुल बकी देख रहे है, लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में संवेदक द्वारा कार्य गुणवत्ता पूर्वक नही किए जाने से सभी कुंड बावडी संवारने के बजाय लीपापोती करने से संवर नहीं पा रही है। लोगों को उम्मीद थी कि बजट जारी होने के बाद बूंदी की विरासत की सूरत संवर जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
बावड़ी से बाहर नहीं निकाला मलबा
कुंड ओर बावड़ियों के रिनोवेशन का कार्य दो चरणों मे होगा पहले चरण में 4.60 करोड़ से अभयनाथ बावड़ी, बोहरा कुंड, भावल्दी बावड़ी, मालनमासी बावड़ी ओर शुक्ल बावड़ी का कार्य होगा। दूसरे चरण में 4.60 करोड़ के कार्य शेष कुंड बावड़ियों में होंगे। वर्तमान में संवेदक द्वारा किए जा रहे बोहरा कुंड, शुक्ल बावड़ी, मालनमासी बावड़ी, अनार कली बावड़ी, मनोहर बावड़ी व नागर सागर कुंड में कार्य चल रहे है जो अधूरे है व गुणवत्ता पूर्वक नहीं है। कई बावड़ियों से मलबा नहीं निकाला गया है। पुलिस लाइन की बावड़ी से तो अभी तक मलबा बाहर नहीं निकाला गया है, वहीं मालनमासी बावड़ी में से मिट्टी नहीं निकाली गई।
शनिवार को पुरातत्व विभाग की उपनिदेशक कृष्णकांता शर्मा ने बूंदी में चल रहे कुंड बावड़ियों में रिनोवेशन कार्यों का अवलोकन किया ओर स्थानीय लोगों से चल रहे कार्यों की जानकारी ली। इंटेक के राजकुमार दाधीच व पार्षद मनीष सिसोदिया ने निर्माण कार्यों पर आपत्ति जताकर पूरा सम्पदा को खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि गुणवत्ता पूर्वक कार्य होने चाहिए। इससे पूर्व भी संवेदक 21- 22 में चौरासी खम्भों की छतरी, सुखमहल में रिनोवेशन के कार्य कर चुका है, जो भी गुणवत्ता पूर्वक नहीं थे उस वक्त भी तत्कालीन कलक्टर ने रिनोवेशन के नाम पर पैसे बहाने पर नाराजगी जताई थी।
पहली बारिश में उखड़ गए पत्थर
बोहरा कुंड में चल रहे सीढ़ियों के निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा निर्माण सामग्री सही नहीं लगाने से पहली बारिश में ही लगाया गया पत्थर उखड़ गया। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि संवेदक द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसे कोई देखने वाला नही था। शिकायत के बाद भी जयपुर से भी विभाग का कोई अधिकारी कार्य देखने नहीं पहुंचा। वहीं संवेदक को बताने पर भी सुधार नहीं किया गया।
निदेशक ने भी जताई थी आपत्ति
कुछ दिनों पूर्व पर्यटन विभाग की निदेशक रश्मि शर्मा ने भी इन निर्माण कार्यो का अवलोकन किया था और घटिया निर्माण पर आपत्ति जताई थी, लेकिन संवेदक ने उसे भी अनसुना कर दिया और निर्माण कार्यो में मनमानी की।
शिकायत पर निरीक्षण किया गया है। कई जगह खामी मिली है। लोगों ने भी कई निर्माण कार्य पर आपत्ति जताई है, जिसकी रिपोर्ट बना कर उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जाएगी।
कृष्णकांता शर्मा, उपनिदेशक, पुरातत्व विभाग, जयपुर

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