मेहनत करने वालों को नई जिम्मेदारी के संकेत
सांसद बंटी साहू ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये संकेत दिए कि लोकसभा चुनाव में जिन पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें विजय दिलाने के प्रयास किए हैं, उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न रहने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। यहां बता दें कि सांसद की जीत में कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान है, ऐसे में उन्हें सत्ता की भागीदारी में पर्याप्त महत्व मिलेगा।
निगम में अब 33 भाजपा पार्षदों का दबदबा
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 13 पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से नगर निगम में दलीय स्थिति पूरी तरह बदल गई हैं। भाजपा के दबदबे से कांग्रेस की परिषद का भविष्य खतरे में दिखाई देने लगा है। महापौर विक्रम अहके के भी वापस भाजपा में आने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में जल्द नई मेयर-इन-काउंसिल का गठन होने की संभावना जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि निगम की सत्ता में अब भाजपा पूरी तरह हावी हो जाएगी। पहले भाजपा के पास 20 पार्षद थे। पार्षदों के दलबदल से कांग्रेस अल्पमत में रह गई है।
जिला पंचायत में उपाध्यक्ष को मिलेगा महत्व
जिला पंचायत की परिषद में इस समय कांग्रेस की परिषद है। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार कांग्रेस के हैं। उपाध्यक्ष अमित सक्सेना भी पहले कांग्रेस में थे, उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है। केन्द्र और प्रदेश में सत्ता होने से ये माना जा रहा है कि अब जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायतों के काम में उन्हें काफी महत्व मिलेगा।