यह भी पढ़े –
प्यार के खातिर तोड़ दी मजहब की दीवार और मोमिन से बन गई मीना, जानें पूरा मामला दूल्हा बन बारात लेकर पहुंची लड़की मामले की जानकारी के अनुसार, दोनों लड़कियों ने परिवार की मौजूदगी में शादी की। इसके लिए एक लड़की दूल्हा बनकर बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंची। इसके बाद पूरे रस्म और रिवाज के साथ शादी की आगे की विधियों को सम्पन्न कराया गया। यही नहीं गांव के सार्वजनिक स्थल पर पूजा के बाद बारातियों को भोजन भी कराया गया। बताया जाता है कि एक ओझा ने दोनों परिवारों को डराया था कि विवाह के बाद दोनों लड़कियों के पतियों की मृत्यु हो जाएगी। परिवारों ने भी ओझा की बात पर विश्वास कर लिया। जिसके बाद एक टोने के रूप में दोनों लड़कियों की आपस में शादी करा दी गई।
यह भी पढ़े –
दिन दहाड़े नमाज पढ़ने गए बुजुर्ग पर बदमाशों ने तड़ातड़ बरसाईं गोलियां, मौत परिवारों पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप उधर शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिससे पूरा मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया। वहीं जब जानकारी गांव के बैगा (आदिवासियों के पुजारी) और बिरादरी को हुई तो उन्होंने इसपर कड़ी नाराजगी जताई। यही नहीं दोनों परिवारों पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए पंचायत की बैठक हुई। घंटों चली बैठक के बाद पंचायत ने दोनों परिवारों पर दो-दो बकरे और भात भोज का दंड लगा दिया। हालांकि फैसले को मानने से इनकार करते हुए दोनों परिवारों ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटियों के सुख के लिए यह कदम उठाया है।