स्वाट टीम ने दो दिन तक कार लेकर टहली, लेकिन जब गाड़ी के मालिक ने जीपीएस से कार के इंजन को लॉक कर दिया, तो स्वाट टीम ने खैराबाद थाने से मदद मांगी। हालांकि दारोगा ने मदद करने से इनकार कर दिया। बाद में स्वाट टीम ने कमलापुर थाने में केस दर्ज कराना चाहा, लेकिन इंस्पेक्टर ने मना कर दिया। इस पर एसपी चक्रेश मिश्रा ने पहले पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया और फिर 22 अन्य पर कार्रवाई की।
इन पर हुई कार्रवाई
कोतवाल भानु प्रताप सिंह, उप निरीक्षक पीयूष सिंह, उग्रसेन सिंह, तेज बहादुर सिंह, रमेश जायसवाल, मुख्य आरक्षी सुरेश कुमार, राकेश चंद्र, मनोज कुमार सिंह, समर बहादुर, कनिष्ठ आरक्षी विजय चंद्र, आरक्षी सुनील कुमार यादव, सतीश कुमार, भुवाल चंद्र, जय कुमार, गौरव कुमार, कमल सिंह, अजय कुमार, दिनेश कुमार, प्रिन्स भारती, विजय पाल, दिनेश कुमार, अभिषेक कुमार, अमित सिंह, इरशाद अहमद और आकाश कटियार।
यह खबर बताती है कि सीतापुर में पुलिस प्रशासन में अनुशासन हीनता और लापरवाही को लेकर कड़ी कार्रवाई की गई है। एसपी चक्रेश मिश्रा की इस कार्रवाई का उद्देश्य पुलिस बल में अनुशासन और जिम्मेदारी सुनिश्चित करना है।