राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री बालिका संबल योजना की पात्र लाभार्थी बालिकाओं के लिए बजट में 30 हजार निवेश की घोषणा की है। डाक विभाग से हुए समझौते के अनुसार योजना को 16 मार्च से लागू किया है। पुत्र रहित दंपती दो बालिकाओं पर नसबंदी करवाने बाद योजना में पात्र हैं।
सरकार की निवेश राशि से पात्र लाभार्थी बालिका के डाक विभाग में तीन खाते खोले जाएंगे। जिसमें डाक बचत खाता बेसिक में 500 रुपए, सुकन्या समृद्वि योजना में 25 हजार तथा 5 वर्षीय सावधि जमा में 3500 रुपए निवेश होंगे। लेकिन, योजना की पात्र बालिकाओं के अभिभावकों को राज्य सरकार के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से प्रमाण-पत्र लेना होगा। इसके बाद डाकघर में संपर्क कर योजना का लाभ लिया जा सकेगा।
योजना को लेकर उप डाकघर व शाखाओं को भी योजना को जन-जन तक पहुंचाने और सुकन्या समृद्धि योजना में खाते खोलने के लिए लक्ष्य आवंटित किए गए हैं।
महिला सशक्तिकरण मुख्य उद्देश्य
राज्य सरकार व डाक विभाग के मध्य निवेश समझौते में महिला सशक्तिकरण मुख्य उद्देश्य है। योजना का उद्देश्य गिरते लिंगानुपात व बाल विवाह को रोकना, बालिका शिक्षा में सुधार, बालिका व उसके माता-पिता को आर्थिक संबल देना, बालिका के भविष्य को सुरक्षित करना, कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का प्रयास, परिवार में बेटियों के सर्वांगीण विकास एवं अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए माता-पिता के साथ-साथ सरकार की भागीदारी रहेगी। योजना में पात्रता राज्य के पुत्र रहित दंपती के एक या दो बालिका जिनकी उम्र 0 से 5 साल पर नसबन्दी करवाने पर है।