जानकार बताते हैं कि चांदाना पुलिए से लेकर पोसालिया पुलिए के बीच आठ किलोमीटर के फोरलेन पर वेरा रामपुरा के समीप मात्र दो किलोमीटर का सड़क क्षेत्र शिवगंज थाना क्षेत्र में आता है। शेष सारा छह किमी हिस्सा सुमेरपुर थाना क्षेत्र में आता है। इस वजह से जब कभी कोई दुर्घटना हो जाती है तब दुर्घटना में हताहतों के परिवार जनों सहित मददगारों को पुलिस कार्रवाई को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दुर्घटना होने की स्थिति में सूचना पर शिवगंज पुलिस ही घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचती है। उसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाना, अवरूद्ध हुए यातायात को खुलवाना सहित मौके पर लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहाल करने जैसे कार्य शिवगंज पुलिस को करने पड़ते हैं। जब कार्रवाई करनी होती है तो सुमेरपुर पुलिस ही कर पाती है। शिवगंज पुलिस की िस्थति यह हो जाती है कि वह मौके से वापस तब तक नहीं लौट पाती जब तक की सुमेरपुर थाने से पुलिस अमला नहीं पहुंच जाए।
चंंद रोज पहले रात को भी जब रामदेवरा जा रहे जातरुओं के साथ हादसा हुआ तो पहली सूचना शिवगंज पुलिस को ही मिली थी और सूचना के मात्र दस मिनट के भीतर शिवगंज पुलिस मौके पर पहुंच गई। उस समय तक वहां यातायात बाधित हो गया था। इन वाहनों को वहां से हटाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी तभी एम्बुलेंस के माध्यम से घायलों को अस्पताल लाया जा सका। इस दुर्घटना में आधे घायल शिवगंज और आधे सुमेरपुर ले जाए गए। सुमेरपुर थाना क्षेत्र में दुर्घटना होने की वजह से मृतकों के शव सुमेरपुर अस्तपाल में रखवाए गए। लेकिन एक शव शिवगंज अस्पताल में ही रहा। इस वजह से मृतकों की संख्या कितनी है यह रात 11 बजे तक पता नहीं चल सकी। शिवगंज पुलिस भी बताने की स्थिति में नहीं थी कि वास्तविक रूप से कितने जातरुओं की मौत हुई है। दो अलग अलग थाना क्षेत्र में कार्रवाई होने से वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पाता है।
शिवगंज हल्के में हो शामिल चांदाना निवासी सोहनसिंह का कहना है कि चांदाना से पोसालिया के बीच का फोरलेन जो सुमेरपुर थाना क्षेत्र में आता है उसे यदि शिवगंज थाना क्षेत्र में सम्मिलित कर दिया जाए तो काफी समस्याओं का समाधान हो सकता है। वैसे चांदाना गांव भी शिवगंज विधानसभा में आता है। फिर हाइवे को अन्य क्षेत्र में क्यों रखा गया है। कई बार इस मार्ग को शिवगंज थाना क्षेत्र में सम्मिलित करने की मांग की जाती रही है ताकि व्यवस्थाएं बनी रहे, मगर इस संबंध में आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
फोरलेन पर ही खड़ा है दुर्घटनाग्रस्त ट्रोला रामदेवरा जा रहे जातरुओं के साथ हुए इस दर्दनाक हादसे के बावजूद सुमेरपुर पुलिस ने अब तक कोई सबक नहीं लिया है। घटना के 48 घंटे के बाद भी फोरलेन की पटरी पर दुर्घटनाग्रस्त ट्रोला खड़ा है। इसके अलावा जातरुओं का सामान व ट्रैक्टर के बिखर चुके पाटर्स वहां पड़े हैं। उसे अभी तक वहां से नहीं हटाए जाने से वहां कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है।