बुकिंग ऑफिस के बाहर रोता मिला मासूम मंगलवार शाम 4.30 बजे पिण्डवाड़ा रेलवे स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक भैराराम ड्यूटी पर थे। उसी समय रेलवे का कर्मचारी विमी जैन ने बुकिंग ऑफिस के बाहर एक बच्चा लावारिस हालत में पड़ा होने की जानकारी दी। इस पर वे मौके पर पहुंचे तो रेलवे स्टेशन पर बैंच के पास करीब तीन माह का बच्चा रो रहा था। उसके पास मां की लिखी एक चिट्ठी रखी थी। उन्होंने बच्चे को गोद में उठाकर चुप कराने की कोशिश की।
साथ ही अपने कर्मचारियों को बस स्टैंड सहित आसपास की गलियों में बच्चे की मां की तलाश करवाई, लेकिन मां का पता नहीं चला। इसके बाद भैराराम ने आरपीएफ के एएसआई ओम प्रकाश चौधरी को घटना की जानकारी देकर मौके पर बुलाया और बच्चा व चिट्ठी आरपीएफ के अधिकारी को सौंपा। लावारिस हालत में छोडकऱ गई मां को काफी तलाशा, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी वह नहीं मिली।
मासूम को बिलखता देख दूसरी मां ने पिलाया दूध बच्चा मिलने की घटना की जानकारी पर रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। 3 माह के मासूम को बिलखता देखकर रेलवे स्टेशन के सामने रहने वाली वीणा प्रजापत का दिल पसीज गया। उसने बच्चे को अपनी गोद में लिया, लेकिन बच्चे ने रोना बंद नहीं किया। तब पास में ही रहने वाली किरण डांगी ने बच्चे को अपना दूध पिलाकर चुप कराया। साथी मौजूद महिलाओं ने भी लावारिस छोड़ कर गई महिला को तलाश करने का काफी प्रयास किया।
अस्पताल में जांच के बाद बाल शिशु गृह पहुंचाया 3 माह के मासूम की मां का पता नहीं चलने पर आरपीएफ के अधिकारी ने जीआरपी आबूरोड को सूचना दी और उसे पिण्डवाड़ा के राजकीय चिकित्सालय ले जाकर डॉ. बनवारीलाल व डॉ. विनोद यादव से स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। जांच में बच्चा स्वस्थ पाया गया। इसके बाद जीआरपी ने कार्रवाई करते हुए बच्चे को सिरोही बाल शिशु गृह पहुंचाया।