केन्द्रीय मंत्री मांडविया के आबूरोड रेलवे स्टेशन पहुंचने पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। रेलवे स्टेशन से रवाना होकर एक होटल में रूकने के दौरान भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मंत्री को स्थानीय गतिविधियों व समस्याओं से अवगत करवाया।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी ने मंत्री को बताया कि आबूरोड शहर जिले का सबसे बड़ा शहर है। यहां पर स्टेडियम न होने की वजह से यहां की छुपी हुई खेल प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पा रही। आबूरोड़ के आसपास के गांव के बच्चों को अगर खेलों में सुविधाएं और उपकरण मिलें, तो वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।
मंत्री को सांतपुर स्थित आईटीआई रोड पर 7.5 बीघा जमीन पर भव्य एवं आधुनिक स्टेडियम बनाने का सुझाव दिया। सांसद लुबाराम चौधरी ने मंत्री को कहा कि सिरोही में खेल का स्तर बहुत कम है। यहां प्रतिभा तो बहुत है, पर उस छुपी हुई प्रतिभा को निखारने का कार्य हमें करना होगा। यहां के लोग तीरंदाजी, तैराकी में निपुण है। अगर उन्हें सही प्रशिक्षण और उपकरण की व्यवस्था के साथ तकनीकी गुण सिखाए जाएं, तो यहां के बच्चे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान का ही नहीं पूरे भारत का नाम रोशन कर सकते हैं।
देश में खेल की प्रतिभा 80 प्रतिशत गांवों से
खेलमंत्री मनसुख मंडविया ने कहा पूरे देश में खेल की प्रतिभा 80 प्रतिशत गांवों से ही मिलती हैं। आबूरोड व जिले के खिलाड़ियों के लिए उनकी छुपी प्रतिभा को सामने लाने के लिए मंत्री ने जल्दी ही खेलो इंडिया के तहत 10 करोड़ की लागत से खेल स्टेडियम बनवाने की बात कही। यहां के बच्चे भी अब अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर पाएंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सोच है कि खेलो इंडिया सेंटर पर हमारे जो पूर्व खिलाड़ी हैं। उनके अनुभव को काम में लिया जाए और जिला स्तर पर उनकी नियुक्ति कर प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए उस सेंटर को संचालित करने के लिए दिए जाए। मंत्री ने कहा कि हमने पूरे भारत में 1000 सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा है।