पीड़ित परिवार मृत बालिका को लेकर रात में ट्रेन से गंतव्य के लिए रवाना हो गया। वे मृत बालिका को फालना स्टेशन के पास कंडम रेल पटरियों के पास छोड़कर चले गए। फालना पुलिस ने बालिका का शव कब्जे में लिया। आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। आरक्षण कार्यालय परिसर स्थित प्रतीक्षालय में मंगलवार रात को दो साल की बालिका अपने माता-पिता के साथ गहरी नींद में सो रही थी।
रात करीब एक बजे एक सांड प्रतीक्षालय में घुस गया। सांड ने बालिका के सीने पर पैर रख दिया। इसके बाद हमला कर दिया। वहां मौजूद वाहन चालकों ने सांड को किसी तरह भगाया। बालिका को शहर के निजी अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृ़त घोषित कर दिया। टैक्सी और ऑटोरिक्शा चालकों ने राशि एकत्र कर पीड़ित परिवार को दी। इसके बाद परिवार मृत बालिका को लेकर रात करीब दो बजे ट्रेन में गंतव्य के लिए रवाना हो गया। पीड़ित परिवार पाली जिले के मुंडारा गांव क्षेत्र निवासी हैं।
अधिकारियों को सुबह मिली सूचना
स्थानीय प्रशासन व रेलवे पुलिस को बुधवार सुबह घटना की जानकारी मिली। उपखंड अधिकारी शंकरलाल मीणा व तहसीलदार मंगलाराम मीणा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उपखंड अधिकारी ने रेलवे अधिकारियों को आरक्षण कार्यालय में पशुओं के प्रवेश पर रोक लगाने व नगरपालिका को बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। जीआरपी थानाधिकारी मनोज कुमार चौहान व आरपीएफ के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
लगाई चैन व बैरियर
हादसे से हरकत में आए स्थानीय रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने सुबह आरक्षण कार्यालय के मुख्य प्रवेश गेट एक भाग पर चैन लगाने के साथ बैरियर लगवा दिए। बालिका को रौंदने वाले सांड को पार्किंग स्थल से बाहर निकाला गया।