कंपनी ने बाकी के अन्य ग्राहकों को भेजा गया कोयला मिलाकर यह मात्रा 4.14 लाख टन होती है। कंपनी के सीएमडी भोला सिंह के मुताबिक 4.14 लाख टन कोयला की आपूर्ति कुल 102 रेक के माध्यम से की गई। इसमें 60 रेक मैरी गो राउंड मोड यानी कंपनियों द्वारा बनाए गए रूट व 42 रेक भारतीय रेल की शामिल है। अधिकारियों ने खनिकों को इसके लिए बधाई दी है।
गौरतलब है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में कंपनी ने बिजली घरों को 33.54 मिलियन टन कोयला भेजा है। जबकि सभी कोयला उपभोक्ताओं को 20.30 फीसदी की वार्षिक वृद्धि के साथ 36.89 मिलियन टन कोयला आपूर्ति किया गया है। बता दें कि एनसीएल ने 25.26 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 34.75 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है।
कोल इंडिया लिमिटेड की ओर से इस वित्तीय वर्ष के लिए 124 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। साथ ही विद्युत उत्पादक कंपनियों को जरूरत के मुताबिक कोयला आपूर्ति करने के बावत दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने का दबाव नए रेकॉर्ड बनाने का कारण बन रहा है। अधिकारियों की इसी कोशिश में यह रेकॉर्ड भी बना है। एनसीएल ने पिछले वित्तीय वर्ष में कई रेकॉर्ड बनाए हैं। इतना ही नहीं कोविड आपदा के दौरान एनसीएल ने ग्राहक कंपनियों की जरूरत का ख्याल रखा है।