अंधड़ के चलते पूरे जिले में देर रात कुछ देर के लिए जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। कहीं पेड़ टूट कर गिर गए। कहीं छप्पर व टिनशेड उडक़र टूट गए। खपरैल के छज्जा को भी नुकसान पहुंचा।बतादें कि रविवार की देर रात अचानक शुरू हुई आंधी-तूफान से लोग सहमे हुए थे। तूफान की रफ्तार इतना तेज थी कि लोग देखकर सहम गए और खलिहानों में बंधे मवेशियों को छोड़ दिया। क्योंकि लोगों को आंधी तूफान का मंजर देखकर भय बना था कि कहीं मवेशियों पर पेड़ न गिर जाए। आम के छोटे-छोटे फलों को बहुत नुकसान हुआ है। आम के फल आंधी तूफान में पूरी तरह से गिर गए हैं।