scriptबलियरी विस्फोट कांड: 9 साल पहले जिस वजह से 22 मजदूरों ने गंवाई थी जान, वह मंजर आज भी बरकरार | baliyari explosion Case 10th anniversary in singrauli | Patrika News
सिंगरौली

बलियरी विस्फोट कांड: 9 साल पहले जिस वजह से 22 मजदूरों ने गंवाई थी जान, वह मंजर आज भी बरकरार

भुलाए नहीं भूलता बलियरी विस्फोट का मंजर, आज दसवीं बरसी मनाने की तैयारी

सिंगरौलीJul 05, 2018 / 01:01 pm

suresh mishra

high intnsity explosion in kolkata dum dum area

high intnsity explosion in kolkata dum dum area

सिंगरौली। बलियरी विस्फोट कांड कागजों में सिमटकर रह गया है। प्रशासन अब तक सिर्फ फैक्ट्रियों के लिए चितरंगी में जमीन उपलब्ध कराने की बात कह रहा है। हैरत की बात यह कि इतना होने के बाद भी फैक्ट्रियां सीना तानकर चल रही हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन फिर दसवीं बरसी मनाने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि, 05 जुलाई 2009 को औद्योगिक क्षेत्र बलियरी स्थित आइडियल एक्सप्लोसिव बारूद फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ था। हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई और करीब 120 लोग घायल हो गए। घटना के दूसरे दिन सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे थे।
फैक्ट्रियां आज भी मौजूद
उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने के आदेश दिए, साथ ही तत्काल सभी फैक्ट्रियों को स्थानांतरित करने को भी कहा था। जिला प्रशासन फैक्ट्री संचालकों को डग्गा में जमीन उपलब्ध करा दी। स्थानीय लोगों के विरोध के चलते फैक्ट्रियां स्थानांतरित नहीं की जा सकीं। स्थानीय लोगों को तर्क था कि यहां भी विस्फोट हो जाएगा। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया। इसके बाद चितरंगी में करीब सालभर पहले फैक्ट्रियों के लिए जमीन आवंटित की गई। मौजूदा वक्त में बलियरी औद्योगिक क्षेत्र में करीब दर्जनभर बारूद की फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं।
रविवार का दिन जीवनभर नहीं भूलेंगे
05 जुलाई 209 की शाम के पांच बज रहे थे। उस दिन रविवार का दिन था। सूरज डूब चुका था। रिमझिम-रिमझिम बारिश हो रही थी। मौसम सुहाना था। अचानक आइडियल एक्सप्लोसिव बारूद फैक्ट्री में तेज धमाका हुआ। धमाके से समूचा जिला मुख्यालय हिल उठा। लोग समझ पाते, इससे पहले चीख-पुकार व कोहराम मच गया। लोगों के घरों की खिड़कियां टूट गई।
लग गया था लाशों का ढेर
देखते-देखते फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गई। लाशों का ढेर लग गया। जानकारी होते ही बैढऩ पुलिस व अन्य जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गये। जिला प्रशासन घटना पर पर्दा डालने की कोशिश करने लगा। देश-प्रदेश में खबर फैल गई। जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के अधिकारी आनन-फानन में लाशों पर ही बुल्डोजर चलने के आदेश दे दिए। ताकि मृतकों की संख्या कम से कम दिखाई जा सके।
पत्रिका ने उठाया था मामला
पत्रिका की खबर को आधार बनाते हुए सुको अधिवक्ता अश्वनी दुबे ने 29 मार्च को बारूद कंपनियों के खिलाफ एनजीटी में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने 31 मार्च को सुनवाई करते हुए सभी कंपनियों को नोटिस जारी किया था।
अब भी बेधड़क चल रहीं फैक्ट्रियां
मौजूदा वक्त में रीवा गैस, बैढऩ इंजीनियरिंग, सोलर एक्सप्लोसिव, भारत एक्सप्लोसिव समेत दर्जनभर बारूद फैक्ट्रियां संचालित हैं। जिला प्रशासन ने अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की।

श्रम विभाग अर्पित करेगा श्रद्धांजलि
श्रम विभाग की ओर से मली जानकारी के अनुसार, इस साल 07 या 08 जुलाई को प्लाजा स्थित शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि दी जाएगी।
चितरंगी के आसपास फैक्ट्रियों के लिए जमीन आवंटित की गई है। अब उन्हें यहां से हटाने की कार्रवाई चल रही है।
-विकास सिंह, एसडीएम

Hindi News / Singrauli / बलियरी विस्फोट कांड: 9 साल पहले जिस वजह से 22 मजदूरों ने गंवाई थी जान, वह मंजर आज भी बरकरार

ट्रेंडिंग वीडियो