कातली और कोछोर नदी में उफान
बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुई बरसात से जिले की ज्यादातर पहाड़ी और बरसाती नदियों में पानी आ गया है। खंडेला की कोटड़ी लुहारवास की ओर बहने वाली कातली नदी और जीणमाता के पास बहने वाली कौछोर नदी में पानी उफान मार रहा है। नदियों में पानी आने से जहां नजदीकी इलाकों में पानी की पूर्ति की संभावना बढऩे से खुशी का माहौल है, तो वहीं नदी मार्ग बंद होने से वहां से गुजरने वाला यातायात ठप्प हो गया है। सुबह से बह रही कातली सरीखी नदी पर तो वाहनों की लंबी कतार लग गई है।
सीकर में बाढ़ जैसे हालात, 40 कॉलोनियां जलमग्न्र, रेलवे प्लेटफार्म तक भरा पानी, जयपुर से SDRF की टीम रवाना
डेढ दशक बाद नदियों में पानी
सीकर जिले में कोई भी नियमित नदी नहीं है। सभी पहाड़ी और बरसाती नदियां है। जो तेज बरसात में ही बहती है। पिछले कई सालों में बरसात कम होने पर इन नदियों में पानी नहीं आया था। लेकिन, बुधवार से लगातार हो रही बरसात ने इन नदियों को फिर जलमग्न कर दिया है। जिले में कई नदियां ऐसी है जिनमें करीब डेढ दशक बाद पानी आया है।
मौसम विभाग का अलर्ट ( IMD Alert )
इधर, बरसात को लेकर मौसम विभाग का अलर्ट अब भी जारी है। विभाग ने अगले 48 घंटों में अंचल में बरसात लगातार होने का अनुमान लगाया है। जिसको देखकर जिले में आपदा प्रबंधन सक्रिय हो गया है। जगह जगह टीम ने दौरा शुरू कर बरसात से परेशान लोगों को राहत पहुंचाना शुरू कर दिया है। वहीं, बाढ़ के हालातों से निपटने के लिए भी तैयारी कर ली है।