गांवों में शाम होते ही बंद हो रहे घरों के दरवाजे, भारी दहशत में लोग
एक दर्जन कॉलोनियों में दशहत
बता दें अरावली पहाड़ी क्षेत्र के आसपास करीब एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां बसी हुई है। पहाड़ी से सटी होने के कारण यहां पैंथर का मूवमेंट ज्यादा है। ऐसे में लोगों में काफी दहशत है। इससे पहले भी कई बार पैंथर आबादी में घुस कर मवेशियों का शिकार कर चुका है।
तीन दिन पहले भी दिखा था
अजीतगढ़ में तीन दिन पहले भी अरावली पहाड़ी पर स्थित 25 पापड़ा जाने वाले रास्ते पर पैंथर दिखाई दिया था। यहां घूमन आए लोगों ने पैंथर की तस्वीर भी ली थी। पहाड़ी की तलहटी में रहने वाली कॉलोनियों के लोग अंधेरा होते ही अपने घरों में दुबक जाते है।
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पानी की तलाश में भटकते हैं वन्य जीव
अजीतगढ़ वन विभाग के वनपाल शिव सहाय जाट ने बताया कि जंगल क्षेत्र में पानी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण वन्यजीव रिहायशी इलाकों की तरफ भटक रहे हैं। इससे लोग भयभीत है। जंगल में जल स्रोत सूखे पड़े हैं और वन्य जीव पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों में भटकते रहते हैं।