नीमकाथाना जिला निरस्त, विरोध के स्वर हुए बुलंद, व्यापार महासंघ का एलान-अनिश्चितकालीन बाजार बंद, SFI का प्रदर्शन आज
Rajasthan Cabinet Decision : राजस्थान कैबिनेट के फैसले के तहत नीमकाथाना जिला निरस्त कर दिया गया। इसके बाद तो जनआक्रोश मुखर हो उठा तथा लोग सड़कों पर उतर आए। व्यापार महासंघ ने अनिश्चितकालीन बाजार बंद का एलान किया है। वहीं एसएफआई का आज प्रदर्शन है। माकपा व कांग्रेस ने आंदोलन का आगाज किया है।
Rajasthan Cabinet Decision : राज्य सरकार के नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के फैसले के विरोध में जनआक्रोश मुखर हो उठा तथा लोग सडक़ों पर उतर आए। नीमकाथाना में जनसभा व उग्र प्रदर्शन और लोसल व मावंडा में रविवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुए। इधर नीमकाथाना व्यापार महासंघ ने सोमवार से बेमियादी बाजार बंद व एसएफआई ने आंदोलन का ऐलान किया है।
इस फैसले के विरोध में जिला बचाओ संघर्ष समिति की ओर से रामलीला मैदान में जन आक्रोश सभा हुई। सभा में स्थानीय विधायक सुरेश मोदी, पूर्व आईएएस अधिकारी केएल मीणा, पूर्व प्रधान कांताप्रसाद शर्मा, राजेश भाईडा समेत कई जनप्रतिनिधि व प्रमुख लोग शामिल हुए। सभा में विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि नीमकाथाना जिले की लंबे समय से मांग की जा रही थी, जिसे गहलोत सरकार ने पूरा किया था। भाजपा सरकार ने राजनीतिक द्वेषता के चलते मात्र डेढ़ साल बाद जिले को निरस्त कर दिया, जिससे जनता में असंतोष और आक्रोश है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से नीमकाथाना के नागरिकों के साथ अन्याय हुआ है, और इसे यथावत रखने के लिए संघर्ष किया जाएगा। पूर्व आईएएस अधिकारी केएल मीणा ने कहा कि नीमकाथाना जिले के लिए सभी योग्यताएं व मापदंड पूरे थे। इसलिए इसे अचानक निरस्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने राज्य सरकार से जिले को पुन: यथावत रखने की मांग करते हुए कहा कि इसके लिए संघर्ष जारी रहेगा। सभा को कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
यूथ कांग्रेस ने किया उग्र विरोध प्रदर्शन
नीमकाथाना. जिले को निरस्त करने के फैसले के खिलाफ यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रामलीला मैदान स्थित सर्किल पर टायर जलाकर और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नीमकाथाना जिले को यथावत बनाए रखने की मांग की। इस दौरान यूथ कांग्रेस के नेता बलबीर खैरवा ने कहा कि नीमकाथाना को जिला बनाने की यह वर्षों पुरानी मांग थी, लेकिन भाजपा सरकार ने आते ही इसे निरस्त कर नीमकाथाना की जनता के साथ अन्याय किया है। खैरवा ने चेतावनी दी कि यदि नीमकाथाना जिला वापस नहीं बनाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन में काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
नीमकाथाना. व्यापार महासंघ ने जिला निरस्त करने के विरोध में सोमवार से बेमियादी बंद का आह्वान किया है। महासंघ के रामगोपाल मेंगोतिया ने बताया कि कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने संघर्ष समिति के आंदोलन को समर्थन दिया है।
एसएफआई का विरोध प्रदर्शन आज
नीमकाथाना. छात्र संगठन की ओर से सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया नीमकाथाना के जिलाध्यक्ष विष्णु कुमार नायक ने बताया कि भाजपा सरकार के इस जनविरोधी निर्णय की एसएफआई कड़ी निंदा करती है। आम जनता को साथ लेकर सरकार के इस जन विरोधी निर्णय के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
उग्र आंदोलन, बाजार बंद और ट्रेनें रोकने की दी चेतावनी
नीमकाथाना को फिर से जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन उग्र रूप लेने की तैयारी में है। रविवार को आयोजित सभा में नेता राजकुमार जाखड़ ने कहा कि नीमकाथाना को यथावत रखना आवश्यक है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। सरकार को फिर नीमकाथाना को तुरंत जिला घोषित किया जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो आमजन व व्यापारियों को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा। बाजार को अनिश्चितकालीन बंद किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो ट्रेनों को भी रोका जाएगा। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती।
नीमकाथाना के लिए जनसमर्थन की अपील
नीमकाथाना. सभा में जनता और व्यापारियों से अपील की गई कि वे आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। पालिका उपाध्यक्ष राजेंद्र मेहरानिया, मदनाला सैनी, बलदेव यादव, नेता राजेश भाईड़ा सहित कई वक्ताओं ने कहा कि नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग को पूरा कराने के लिए सभी को एकजुट होना होगा। यह केवल एक क्षेत्र का नहीं, बल्कि पूरे जिले का मुद्दा है। जनता पूरी तरह साथ देती है तो सरकार पर दबाव बनाया जा सकेगा।
लोसल : सड़कों पर उतरी कांग्रेस व माकपा
लोसल . पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में बनाए गए जिलों में से नौ जिले व तीन संभाग को निरस्त करने के फैसले के विरोध में रविवार को माकपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया। इस दौरान लोसल बस स्टैंड पर रैली निकालकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए फैसले पर आक्रोश जताया तथा सरकार से फैसले को वापस लेने की मांग की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि इन फैसलों को वापस नहीं लिया जाता है तो आगे बड़े आंदोलन किए जाएंगे। प्रदर्शन को माकपा नेता कामरेड भागीरथ नेतड़,रामदेव सिंह लेघा,भीमा सरपंच दिलसुख चौधरी, इस्माइल नागौरी,कांग्रेस नगर अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा, बाबूलाल दाधीच, मानाराम भामू, सोभराज बिजारणियां, मोहनलाल बाजिया, मोहनराम भामू,जमील बहलीम, सिंगरावट के पूर्व सरपंच हाकम अली खान, बनवारी लाल गोलिया, ओमप्रकाश रणवां, उदाराम थोरी, सांवरमल मंडीवाल, सांवलराम रणवां आदि ने संबोधित किया।
मावंडा . नीमकाथाना जिले को निरस्त करने पर ग्राम मावंडा खुर्द के लोगों ने नाराजगी जताते हुए रविवार को राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुन: जिला बनाने की मांग रखी । लोगों ने कहा कि वे सालों संघर्ष करने के बाद नीमकाथाना को जिला बनाया गया था जिसे निरस्त कर राज्य सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है। पूर्व पंचायत समिति सदस्य भूप सिंह ने बताया कि नीमकाथाना जिला का हर मापदंड पूरा करने के बावजूद हमारे जिले को निरस्त कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि नीमकाथाना जिला बने रहने के लिए हर दृष्टि से फिट था जो गलत राजनीति के भेंट चढ़ गया। लोगों का कहना था कि नीमकाथाना को वापिस जिला बनाने के लिए वे व्यापक स्तर पर आंदोलन करेंगे।
ये भी विरोध में बोले…
अजीतगढ़. कांग्रेस सेवादल ने भी सरकार के खिलाफ आंदोलन का एलान किया है। सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत ने भाजपा सरकार का यह निर्णय अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व निराशाजनक है। सरकार से मांग करते हैं कि जनभावनाओं का आदर करते हुए इस निर्णय पर पुनर्विचार कर अतिशीघ्र इसे बदलकर सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिले के रूप में यथावत रखा जाए। फैसले को वापस नहीं लिया गया तो सेवादल कार्यकर्ता जल्दी ही आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगें।
इधर सीकर जिले में वापसी पर बांटी मिठाई
श्रीमाधोपुर. इधर राज्य सरकार के मंत्रिमंडल के निर्णय से श्रीमाधोपुर के सीकर जिले में वापसी पर खुशी का माहौल है। जिले के रूप में घर वापसी पर पूर्व पालिकाध्यक्ष तनसुख कुमावत व लायंस क्लब के संरक्षक डॉ महेंद्र प्रताप तिवाड़ी के नेतृत्व में स्टेशन रोड व्यापार मंडल के व्यापारियों ने रविवार को मिठाई बांटकर खुशी जताई। इस मौके पर वक्ताओं कहा कि समकक्ष उपखंड के अधीन आ जाने से श्रीमाधोपुर के विकास की संभावनाएं कम हो गई थी। अब उप जिले के रूप में उपखंड के विकास को गति मिल सकेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का आभार भी जताया। इस मौके पर सीताराम स्वामी, राजेंद्र कुमावत, विनय शर्मा, जितेंद्र शर्मा, हरीश सांखला, जितेंद्र नांगलका, हेमंत सैनी सहित कई लोग मौजूद थे।
अजीतगढ़ : आंदोलन की तैयारी, विभिन्न संगठनों ने बनाई रणनीति
अजीतगढ़. राज्य की भाजपा सरकार के नीमकाथाना को जिला निरस्त करने के फैसले का अजीतगढ़ में भी विरोध के स्वर बुलंद होने लगे हैं। इसके विरोध में कांग्रेस, माकपा सहित कई संगठनों ने आंदोलन का ऐलान किया है। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि राज्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सीकर को संभाग एवं नीमकाथाना को जिला बनाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के प्रयास किए थे। भाजपा सरकार ने राजनीतिक बदले की भावना से इनको हटाकर जनता के साथ धोखा किया है । इसे जिले की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
इधर माकपा के नीमकाथाना जिला सचिव ओमप्रकाश यादव का कहना है कि भाजपा सरकार ने जिन जिलों व संभागों को निरस्त किया है उससे लगता है कि भाजपा सरकार प्रदेश में विकास नहीं विनाश चाहती है। माकपा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी एवं जल्दी ही बड़ा आंदोलन का फैसला लेगी।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव बालेदू सिंह शेखावत, एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव अरुण शर्मा एवं सचिव ओमप्रकाश भडाणा ने इस जनता के साथ धोखा बताते हुए कहा है कि जनता इसका करारा जवाब देगी। इसी तरह अजीतगढ़ पंचायत समिति सरपंच संघ के अध्यक्ष शंभू दयाल मीणा, संरक्षक सुंदरलाल भावरिया एवं सामाजिक कार्यकर्ता बलराम यादव ने इस फैसले की निंदा करते हुए कहा कि जल्दी ही जनता को एक साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।
इसके लिए अजीतगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के सरपंचों व जनप्रतिनिधियों की जल्दी ही मीटिंग बुलाकर फैसला किया जाएगा। इधर पूर्व जिला परिषद सदस्य दशरथ सिंह पारोड़ा,अजीतगढ़ नगर पालिका के पार्षद ओमप्रकाश कुमावत, मंजू कुमावत, मुकेश पारोड़ा, मांगू सिंह राठौड़ आदि ने भी सरकार के फैसले पर नाराजगी जताई है।