मेले में खाटू नगरी श्याम भक्तों से खचाखच भरी हुई थी। भीड़ इतनी की हारे के सहारे श्याम सरकार के दर्शन करने में भक्तों को तोरण द्वार से दरबार तक का 5 घंटे का सफर तय करने के बाद 5 सैकंड का दीदार हुआ। मगर इस पल भर के श्याम दर्शन ने भक्तों की सारी थकान मिटा दी। मौका था शुक्ल पक्ष की देव प्रबोधनी (देवउठनी) एकादशी पर आयोजित बाबा श्याम के जन्मोत्सव का। हर कोई श्याम से हेप्पी बर्थ डे कहने के लिए बेताब नजर आया।
दशमी की देर रात से लेकर एकादशमी की रात तक तकरीबन दस लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम दरबार में हाजिरी लगाई। श्री श्याम मंदिर कमेटी की ओर से श्याम बाबा को छप्पन प्रकार के मिष्ठानों का महाभोग लगाया गया। जन्मोत्सव पर पुलिस प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था के चलते मंगलवार अल सुबह से भक्तों को तोरण द्वार से अस्पताल चौराहा, लामिया तिराहा, लखदातार मैदान, 40 फिट रास्ता से मुख्य मंदिर प्रवेश द्वार 75 फिट रास्ते से होकर मंदिर तक भक्तों को प्रवेश दिलवाया जा रहा था।
इधर, रींगस रोड़ पर श्याम भक्तों के जत्थे हाथों में श्याम निशान लिए हुए, श्याम के जयकारे लगाते हुए भजनों पर नाचते गाते श्याम दरबार की ओर बढ़े चले आ रहे थे। श्याम मंदिर में पहुंचकर भक्तों ने परिवार सहित अपने आराध्य देव व कुलदेवता के दर्शन कर खुशहाली की कामना की। भक्तों ने परिसर में स्थित गोपीनाथ मंदिर में पुजारी गोपाल व्यास, काशीदा बावड़ी पर स्थित शीश के दानी श्याम मंदिर के दर्शन भी किए।
शाम को जिला कलक्टर मुकुल शर्मा ने खाटू मंदिर में पहुंचे। जहां कलक्टर ने मंदिर में एसडीएम मोनिका सामोर, तहसीलदार महिपाल सिंह राजावत सहित श्री श्याम मंदिर कमेटी अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान, मंत्री मानवेन्द्र सिंह चौहान व कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान, सीओ संजय बोथरा, थाना प्रभारी राजाराम लेघा आदि से व्यवस्थाओं की जानकारी लेकर मंदिर व परिसर का जायजा लिया।
खीर चूरमे की जगह अब केक ने ली
खाटूधाम में जहां तकरीबन पन्द्रह वर्ष पहले श्रद्धालु बड़े चाव से बाबा श्याम को जन्मदिन पर खीर और चूरमे का भोग लगाते थे। वहीं, बदलते दौर के साथ खीर चूरमें की जगह अब केक ने ले ली है। श्याम भक्तों ने अनेक प्रकार की डिजाईन के मावे से बने केक का श्याम बाबा को भोग लगाया। यह केक एक किलों से लेकर एक क्विंटल तक के थे।
कीर्तन में रातभर हुआ श्याम का गुणगान
एकादशी की रात्रि को होटल सवामणी में निदेशक अंकित अग्रवाल डब्बू ने श्याम बाबा की झांकी सजाकर जोत जलाकर व केक काटकर भजन संध्या का आयोजन किया। वहीं श्री श्याम तोदी भवन में मुरारीलाल तोदी ने बाबा की जोत जलाई। इसके अलावा द्वारकेश भवन, कणा श्याम पंचायती विश्राम भवन, श्री श्याम मित्र मण्डल सहित धर्मशालाओं व होटल-गेस्टहाउस में श्याम भक्तों ने बाबा की जोत जलाकर व केक काटकर भजन व कीर्तन के माध्यम से लखदातारी श्याम का गुणगान किया। जिनमें प्रसिद्ध एक से बढकर एक प्रसिद्ध गायकों ने भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को झुमने पर मजबूर कर दिया।
प्रशासन के सामने हुई रातभर आतिशबाजी
दांतारामगढ़ एसडीएम मोनिका सामोर की ओर से 10 से 13 नवंबर तक आतिशबाजी पर पूर्णतया पाबंदी, काच की शीशी में इत्र बेचने व महिला श्याम कंड में प्रवेश बंद को लेकर धारा 163 लागू कर सबको पाबंद किया था। बावजूद इसके दशमी सोमवार की पूरी रात तोरण द्वार पर पुलिस और प्रशासन के सामने भक्तों की ओर से श्याम जन्मोत्सव की खुशी में जमकर अतिशबाजी हुई। ऐसे में लगातार दो साल से प्रशासन धाराएं लगाकर इसपर पाबंदी के लगाने में नाकाम साबित हुई है। जबकि पत्रिका लगातार उनकी लगाई जाने वाले धाराओं को लेकर प्रशासन व पुलिस को लगातार चेताता आ रहा है।
मेले में जमकर चली ऑवरलोड सवारी गाडि़या
श्याम जन्मोत्सव मेले में पुलिस के सामने रींगस और खाटू के बीच सवारी गाडि़या ऑवरलोड होकर सड़क पर सरपट दौड़ रही थी। सवारी गाड़ी वाले पैसे के लालच में और यात्री शीघ्र पहुंचने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डालकर गाड़ी की छत और पीछे लटककर सफर कर रहे थे। गौरतलब है कि ऐसे सफर के दौरान दर्जनों गाड़ियों पर प्रशासन मौन रहा।