पूजा-पाठ में रहती, करती वृंदावन जाने की बात
भाई जय ने बताया कि प्रियंका सुबह जल्दी उठकर एक बगीची में जाती थी। वहां मंदिरों में साफ- सफाई व पूजा पाठ कर करीब डेढ़ से दो घंटे बाद लौटती। इसके बाद वृंदावन से लाए लड्डू गोपाल को नहलाने व खिलाने- पिलाने के साथ उनकी सेवा करती। शाम को भी वह पूजा करती। कई बार वह घर छोडकऱ ठाकुरजी की सेवा के लिए वृंदावन जाने की बात भी परिजनों से करती थी।
मोबाइल में मिले दोनों सबूत
जय ने बताया कि प्रियंका के मोबाइल की जांच करने पर भी उसके भक्ति संबंधी सोशल मीडिया गु्रप पर तुलसी की माला मंगवाने और वृंदावन जाकर भगवान की अराधना करने की इच्छा जताने सरीखी चैट सामने आई है। दूसरी ओर एक युवक से भी बातचीत होना सामने आया है। युवक खुद को दुबई में बताते हुए प्रियंका के लापता होने से खुद को अनजान बता रहा है।
तीन दिन ढूंढकर आए वृंदावन, पुलिस से मदद की गुहार
परिजनों के अनुसार गुमशुदगी दर्ज करवाने के बाद उन्हें पुलिस से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। ऐसे में परिजन अपने स्तर पर ही उसे ढूंढने वृंदावन गए। जहां तीन दिन घूमने के बाद भी उन्हें प्रियंका का कोई सुराग नहीं मिला। भाई जय का आरोप है कि मामले में एसपी से भी गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही। उसके अनुसार पुलिस दोनों एंगल पर काम करे तो प्रियंका का पता लगाया जा सकता है।