बुद्धिजीवियों का कहना है कि वैसे भी शिक्षकों के चुनाव ड्यूटी व चुनाव संबंधी कार्यों मेें व्यस्त रहने से स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था प्रभावित रही है। अब मतदान संपन्न होने के बाद भी स्कूलों में पठन पाठन व्यवस्था सुव्यवस्थित करने के बजाय जिम्मेदारों द्वारा अव्यवस्थित किया जा रहा है। स्मार्ट क्लास की टीवी निकलवाने के बजाय कहीं अन्यत्र से भी व्यवस्था की जा सकती थी, या फिर किराए पर भी ली जा सकती थी, लेकिन ऐसा न कर स्कूलों के स्मार्ट क्लास की टीवी ही निकलवा ली गई।