अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अंधा बांटे रेवड़ी अपन-अपन घर देय। पूर्ववर्ती सरकार ने मजदूरों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को अपने चहेतों में बांटने में कोई गुरेज नहीं किया। यहां तक तत्कालीन सरकार में मजदूरों की साइकिल को लाल टोपी वाले उठा ले गए और मजदूर देखते रह गए। वहीं अखिलेश यादव के ईवीएम खत्म करने के सवाल पर स्वामी प्रसाद बोले कि मुंगेरी लाल के सपने हसीन होते हैं, वो सपने देखते रहे उससे हमे कोई गुरेज नहीं है। उनके गुंडे माफिया अपराधी लोगों को उठा ले जाते थे और उनके नेता कह रहे हैं कि ईवीएम उठा ले जाएंगे। इसका मतलब यही है कि जो सोच गुंडा माफियाओं और अपराधियों की थी वही उनके नेता की है।
‘पंजीकृत मजदूरों की मदद कर रही सरकार’
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मजदूरों के हितों की बात करते हुए कहा कि हम अब मजदूरों की बेटियों को स्कूल जाने के लिए साइकिल दे रहे हैं और मजदूर के बेटी की घर पर शादी होने पर हम 55 हजार देते हैं। पंजीकृत मजदूरों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर पांच लाख की सहायता दी जा रही है। मजदूरों के हितों के लिए लगातार सरकार काम कर रही है। पंजीकृत मजदूरों के बेटों की पढ़ाई के लिए इंजीनियरिंग का दाखिला लेने पर पढाई का पैसा हम देंगे। हमारी सरकार में मजदूरों की योजनाओं का उन्हें पूरा लाभ मिल रहा है।