Jyotiraditya Scindia: केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की सक्रियता अपने संसदीय क्षेत्र गुना-शिवपुरी में काफी बढ़ गई है। सांसद और केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया वक्त निकालकर लगातार संसदीय क्षेत्र का दौरा करने आते रहते हैं और क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी लगते ही तुरंत उनके समाधान के लिए भी जरुरी कदम उठाते हैं। अपने क्षेत्र की जनता के प्रति सिंधिया की चिंता अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चरवाहे व अन्य लोगों के बाढ़ में फंसे होने की सूचना मिलने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रात भर सो नहीं पाए और रात में कई बार फोन कर अधिकारियों से स्थिति का जायजा लेने के साथ ही हर हाल में सभी को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए।
शिवपुरी जिले के कोलारस में सिंध नदी की बाढ़ ने रौद्र रूप ले लिया है और सिंध नदी की बाढ़ में 15 अगस्त को चितारा पंचायत के पास एक चरवाहा अपने मवेशियों के साथ नदी के बीच में बने टापू पर फंस गया। बताया गया है कि मझारी गांव का रहने वाला राजपाल यादव गुरुवार को अपनी भैंसों को चराने सिंध नदी के टापू पर गया हुआ था। लेकिन शाम तक सिंध नदी में जलस्तर बढ़ गया और नदी के पानी न टापू को चारों ओर से घेर लिया। टापू पर चरवाहे के फंसने की सूचना मिलने के बाद इंदार थाना पुलिस गुरुवार की रात ही मौके पर पहुंच गई। लेकिन अंधेरा और नदी का बहाव तेज होने के कारण रात रेस्क्यू में दिक्कत आ रही थी। जब टापू पर चरवाहे के फंसे होने की बात ज्योतिरादित्य सिंधिया को पता चली तो उन्होंने तुरंत अधिकारियों को फोन लगाया और चरवाहे को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयत्न करने के लिए कहा।
चरवाहे के टापू पर फंसे होने की चिंता में ज्योतिरादित्य सिंधिया रातभर जागते रहे और बार-बार फोन कर उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से घटना को लेकर अपडेट लिया। सुबह जब चरवाहे का सफल रेस्क्यू कर उसे टापू से निकाल लिया गया तो सिंधिया ने फोन कर चरवाहे से भी फोन पर बात की। सिंधिया ने चरवाहे राजपाल से कहा कि मैं हूं ना , कुछ नहीं होने दूंगा । इसके बाद चरवाहे से सिंधिया ने भैंस के बारे में भी जानकारी ली कि उनके मवेशी भी बचा लिए या नहीं । चरवाहे ने कहा कि मवेशी भी बचा लिया गया लेकिन उसे रात में डर लगने लगा था।