यहां देश की पहली जनमन आवास के तहत बनाई गई कॉलोनी का शुभारंभ होना था। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जनमन कॉलोनी के आवासों में आदिवासियों को गृह प्रवेश कराने वाले थे। केंद्रीय मंत्री से पहले ऊर्जा मंत्री वहां पहुंच गए और लोगों से बातचीत करने लगे। तभी उनके सामने हरगोविंद नाम का एक आदिवासी व्यक्ति हाथ में रस्सी लेकर आ पंहुचा और मंत्री के सामने फांसी लगाने लगा।
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शिवपुरी के दादोल पंचायत निवासी हरगोविंद आदिवासी ने ऊर्जा मंत्री के तरफ रस्सी करते हुए अपनी दिक्कत बताई और महिला पटवारी पर पक्षपात का आरोप लगाया। उसने कहा कि आपके पटवारी शिवा पांडेय ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। आदिवासी व्यक्ति ने कहा कि वह इसकी शिकायत तहसील से लेकर कलेक्टर ऑफिस तक कर चुका है लेकिन उसकी समस्या पर सुनवाई नहीं हुई है और वह थक चुका है। उसने आगे ऊर्जा मंत्री को कहा कि अब वह फांसी लगाकर मरना चाहता है। हालांकि, ऊर्जा मंत्री ने तुरंत आदिवासी व्यक्ति का हाथ पकड़कर उसे रोका और आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का हल जल्द निकला जाएगा। इसके लिए मंत्री ने मौके पर मौजूद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है।
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महिला पटवारी शिवा पान्डेय ने हरगोविंद के आरोपों को ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिस जमीन की बात हरगोविंद आदीवासी कर रहा है, वह जमीन उसकी नहीं बल्कि उसके भाई आशुतोष के नाम पर है। महिला पटवारी ने बताया कि हरगोविंद के नाम 3.75 बीघा जमीन का पट्टा है, लेकिन वह करीब 11 बीघा जमीन पर अपना हक़ जमा रहा है। पटवारी ने बताया कि इस 11 बीघा जमीन का सीमांकन भी कर सभी चीज़े स्पष्ट कर दी गई है लेकिन हरगोविंद मानने को तैयार नहीं है।