गौरतलब है कि शिवपुरी जिले में सोमवार की रात को भिंड-रतलाम एक्सप्रेस जब पाडरख़ेड़ा पर पहुंची तो वहां पर आसपास पहाड़ों से आया पानी ट्रेक पर भर जाने की वजह से ट्रेन को वहीं पर रोक दिया गया। ट्रेन में फंसे यात्री भूख-प्यास से व्याकुल रहे तथा ट्रेक पर पानी अधिक होने की वजह से ट्रेन को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। यह तो शुक्र है कि मंगलवार की सुबह ही ट्रेन को वापस ले जाया गया, क्योंकि उसके बाद आसपास के पहाड़ी क्षेत्र से पानी का फ्लो इतना तेज आया कि रेल की पटरी की पहले गिट्टियां और फिर उसके नीचे मिट्टी के बेस को पानी अपने साथ तेज फ्लो में बहाकर ले गया। एक बार जब रेल की पटरी के नीचे से पानी बहना शुरू हुआ तो फिर धीरे-धीरे करके पटरियों का जमीन से संपर्क टूटना शुरू हो गया और बुधवार की सुबह रेल की पटरी पूरी तरह से हवा में लटकती नजर आई। रेल की पटरी में हवा में झूल जाने की वजह से अब इस ट्रेक पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। बारिश के दौरान ही रेलवे की इंजीनियर टीम ट्रेक को सुधारे जाने की संभावनाएं तलाशने मौके पर पहुंच गई।
महाप्रबंधक पश्चिम मध्य रेल, शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बीते 2 अगस्त को ग्वालियर-रतलाम स्पेशल को सुरक्षित रूप से पाडरखेड़ा स्टेशन तक पहुंचाने वाले चालक दल तथा ग्वालियर-शिवपुरी क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश में ट्रैक की पेट्रोलिंग कर रहे रेल पथ निरीक्षक रमेश बैरवा एवं पेट्रोल मैनों/गैंग मैनों को सामूहिक पुरस्कार देने की घोषणा की है। ज्ञात हो कि गत कई दिनों से ग्वालियर-शिवपुरी क्षेत्र में लगातार भारी बारिश का क्रम जारी है। बीते 2 अगस्त को रेल पथ निरीक्षक रमेश बैरवा अपनी पेट्रोल मैन की टीम के साथ मोहना-पाडरख़ेड़ा रेल खंड की पेट्रोलिंग कर रहे थे। पेट्रोलिंग के दौरान देखा कि भारी बारिश के कारण पानी ट्रैक के ऊपर से बह रहा है। उन्होनें किसी संभावित खतरे को भांप कर अपनी सूझ बूझ और तत्परता से तुरंत इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों एवं मंडल नियंत्रण कार्यालय को दी। उसी समय गाड़ी ग्वालियर से रतलाम के लिए रवाना हो चुकी थी। ट्रैक पर जल भराव की सूचना तुरंत गाड़ी के चालक दलों को दी गई। गाड़ी पर भोपाल मंडल के लोको पायलट (गुना) भरतलाल मीना, सहायक लोको पायलट (गुना) भूपेंद्रलाल मीना तथा गार्ड राजेश दुबे ड्यूटी कर रहे थे। चालक दलों ने अपने अनुभव और समझदारी से गाड़ी को सुरक्षित रूप से पाडरखेड़ा स्टेशन तक पहुंचाया। महाप्रबंधक ने अपने इन सभी कर्मचारियों की सूझबूझ, तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा से प्रभावित होकर समूह पुरस्कार देने की घोषणा की है। जिसमें रेल पथ अनुरक्षण एवं पेट्रोलिंग से जुड़े कर्मचारियों को रुपए 25 हजार तथा चालक दल को रुपए 15000 का सामूहिक पुरस्कार देने की घोषणा की है।