सीआरपीएफ के आईजी मूलचंद पवार ने समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि आज हमें अमर शहीद सैनानियों के बलिदान के कारण ही आजादी मिली है। हम सभी का दायित्व है कि शहीद सैनानियों से प्रेरणा लेकर उनके प्रयासों को आगे बढ़ाए। डीआईजी आरके शाह ने कहा कि शिवपुरी की धरा धन्य है कि कर्नल गुरूबख़्श सिंह ढिल्लन शिवपुरी मे रहे। कर्नल ढिल्लन की पुत्री अम्रता मेहरोत्रा ने भावुक होते हुए कहा कि अंतिम समय में उनके पिता गुरूबख़्श सिंह ढिल्लन की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि वे धन्य है कि वे एक ऐसे कर्नल योद्धा की बेटी है, जिन्होंने अंग्रेजों से देश को आजाद कराने में अपना योगदान दिया। उन्होंने स्वयं की रचित पक्तियां अपने पिता की स्मृति में समर्पित करते हुए कहा कि ‘‘मैंने उनकी जिंदगी को बड़े तरीके से देखा था, कभी हंसते, कभी मुस्कुराते लेकिन कभी उदास नहीं देखा था।’’
श्रद्धांजलि एवं सर्वधर्म सभा में डॉ. रघुवीर सिंह गौर, डॉ. गिरीश महाराज, बाबा तेगा सिंह, इस्लाम हाजी मुफ्ती मेहबूब सुब्हानी, फादर एंथोनी, एनआर मेहता ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर एडीएम अशोक चौहान, एसडीएम अतेन्द्र सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, हरिबल्लभ शुक्ला, कांग्रेसनेता हरवीर सिंह रघुवंशी, राकेश गुप्ता, मछुआ कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष राजू बाथम, जनपद सीईओ गगन वाजपेयी एवं ग्राम हातौद की सरपंच परवीन कौर मेहरोत्रा सहित ग्रामवासी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।