ग्रामीण रूट बर्फबारी के चलते बंद
अटल टनल रोहतांग से केलांग, कुल्लू से जलोड़ी दर्रा होकर और नारकंडा से रामपुर और किन्नौर के लिए आवाजाही ठप है। किन्नौर और लाहौल-स्पीति के अधिकतर ग्रामीण रूट भी बर्फबारी के चलते बंद हैं। बर्फबारी से पांगी, भरमौर का भी जिला मुख्यालय चंबा से संपर्क कट गया है। धर्मशाला में धौलाधार की पहाड़ियों के अलावा त्रियुंड में भी हिमपात हुआ है। मंडी-पठानकोट हाईवे पर पधर के पास पाली में कीचड़ में वाहन फंसने से चार घंटे वाहनों की रफ्तार थमी रही। इससे देर रात यात्री ठिठुरते रहे।
दो घंटे तक एनएच बंद रहा
कांगड़ा जिला के ढलियारा के पास सड़क पर आम का पेड़ गिरने से दो घंटे तक एनएच बंद रहा। उधर, कालका-शिमला एनएच पर कुमारहट्टी में चलती कार पर पहाड़ी से पत्थर गिरा। इसमें लोग बाल-बाल बचे। किन्नौर के निगुलसरी के नजदीक चील जंगल के पास शनिवार दोपहर 12 बजे पहाड़ से चट्टानें गिरने से एनएच-पांच तीन घंटे तक बंद रहा।
पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली
शनिवार को रोहतांग दर्रे में सबसे ज्यादा 150 सेंटीमीटर (5 फीट), अटल टनल के दोनों छोर में 110 (3.50 फीट) और छितकुल में 90 (3 फीट) सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई है। राजधानी शिमला व धर्मशाला के मैक्लोडगंज को छोड़कर प्रदेश के पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। तीन माह से ज्यादा समय तक सूखे के बाद शनिवार को पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश हुई है। बारिश से गेहूं फसल को संजीवनी मिली है। वहीं रविवार को ताजा बर्फबारी के बाद पहाड़ी इलाकों की ओर लोगों की भीड़ उमड़ने से मनाली में यातायात जाम और वाहनों की धीमी गति देखी गई।